
सौर ऊर्जा से रोशन घर: प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना से उपभोक्ता बने बिजली विक्रेता
अम्बिकापुर के सुरेंद्र शुक्ला ने सोलर पैनल लगाकर बिजली बिल शून्य किया और अतिरिक्त बिजली बेचकर आमदनी शुरू की। प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना के तहत डबल सब्सिडी और आसान बैंक ऋण ने बदलाव को आसान बनाया।
सौर ऊर्जा से रोशन घर: प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना से उपभोक्ता बने बिजली विक्रेता
अम्बिकापुर के सुरेंद्र शुक्ला ने सोलर पैनल लगाकर बिजली बिल शून्य किया और अतिरिक्त बिजली बेचकर आमदनी शुरू की। प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना के तहत डबल सब्सिडी और आसान बैंक ऋण ने बदलाव को आसान बनाया।
अम्बिकापुर, 21 सितम्बर 2025। बदलते समय के साथ बिजली उपभोक्ता अब केवल उपभोगकर्ता नहीं, बल्कि स्मार्ट बिजली विक्रेता बन रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं ने सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा को आम लोगों तक पहुँचाया है। इसी क्रम में अम्बिकापुर के गंगापुर निवासी सुरेंद्र शुक्ला की कहानी प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना की सफलता का प्रेरक उदाहरण बन गई है।
पहले श्री शुक्ला के घर का मासिक बिजली बिल 4-5 हजार रुपये तक आता था। योजना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक से 6% ब्याज दर पर ऋण लेकर आसान किस्तों में 6 किलोवाट का सोलर रूफटॉप पैनल लगवाया। पैनल लगने के बाद उनका बिजली बिल शून्य हो गया। अब उनका घर पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित है। स्मार्ट मीटर और ‘मोर बिजली’ एप से वे वास्तविक समय में उत्पादन और खपत पर नजर रखते हैं, जबकि अतिरिक्त बिजली विद्युत विभाग को बेचकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में योजना के तहत उपभोक्ताओं को डबल सब्सिडी मिल रही है।
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1 किलोवाट पैनल पर: केंद्र ₹30,000 + राज्य ₹15,000 = ₹45,000
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2 किलोवाट पैनल पर: केंद्र ₹60,000 + राज्य ₹30,000 = ₹90,000
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3 किलोवाट पैनल पर: केंद्र ₹78,000 + राज्य ₹30,000 = ₹1,08,000
श्री शुक्ला ने कहा कि योजना ने स्वच्छ सौर ऊर्जा की ओर क्रांतिकारी बदलाव लाया है। सब्सिडी और बैंक ऋण की आसान किस्तों ने इसे अपनाना सरल बना दिया। यह पहल न केवल बिजली उपभोक्ताओं का खर्च घटा रही है बल्कि उन्हें बिजली उत्पादक और विक्रेता भी बना रही है।