
दुर्गापुर गैंगरेप: मुख्य आरोपी गिरफ्तार, CM ममता बनर्जी ने कहा- ‘जीरो टॉलरेंस’
दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार मामले में मुख्य आरोपी वासिफ अली गिरफ्तार। CM ममता बनर्जी ने पुलिस को सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया और 'जीरो टॉलरेंस' की बात कही।
दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार: मुख्य आरोपी वासिफ अली गिरफ्तार; CM ममता बनर्जी ने कहा- ‘जीरो टॉलरेंस’
दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल कॉलेज की 23 वर्षीय छात्रा से सामूहिक बलात्कार के मामले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी, छात्रा के सहपाठी वासिफ अली को गिरफ्तार कर लिया है। वासिफ अली समेत इस मामले में अब तक कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
आसनसोल-दुर्गापुर के पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी ने मीडिया को बताया कि, “अब तक हमने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनकी उपस्थिति अपराध के दिन घटनास्थल पर स्थापित की गई है।” उन्होंने यह भी पुष्टि की कि आरोपियों द्वारा छीना गया पीड़िता का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है।
मुख्य आरोपी पीड़िता का सहपाठी
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार मुख्य आरोपी की पहचान वासिफ अली के रूप में हुई है, जो पीड़िता का क्लासमेट था। पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी रात करीब 9:30 बजे अपने दोस्त (वासिफ अली) के साथ बाहर गई थी, जिसके बाद उसके साथ यह सामूहिक बलात्कार की घटना हुई।
अधिकारी ने बताया कि पीड़िता के बयान और तकनीकी-वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर यह पाया गया है कि किसी एक आरोपी ने ही पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया है, हालाँकि, अन्य 5 की संलिप्तता की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि क्राइम सीन पर पीड़िता के साथ मौजूद उसके दोस्त (वासिफ अली) की भूमिका भी संदेह से परे नहीं है।
पुलिस ने मुख्य आरोपी वासिफ अली को क्राइम सीन पर ले जाकर घटना का रिकंस्ट्रक्शन भी कराया, जिसके बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया और कल सुबह अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले इस मामले में चार अन्य आरोपी अपू बाउरी, शेख फिरदौस, शेख रियाज़ुद्दीन और शेख नसीरुद्दीन की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान
इस निंदनीय घटना पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि:
“बंगाल में जीरो टॉलरेंस है, हम यहां इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करते हैं और मैं बाहर से यहां पढ़ने आने वाले छात्रों से भी अनुरोध करती हूं कि वे रात में बाहर न जाएं। प्राइवेट कॉलेज का भी एक दायित्व है कि छात्रों का ध्यान रखें।”
मुख्यमंत्री ने इस घटना को निंदनीय बताया और पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के लिए एक सिस्टम होने की बात भी कही।