
PM Modi INS विक्रांत पर दीवाली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के गीतों से भावुक हुए पीएम, दिया आत्मनिर्भर भारत का संदेश
पीएम मोदी ने आईएनएस विक्रांत पर जवानों के साथ मनाई दीवाली 2025। जानें उनके संबोधन की मुख्य बातें, नौसैनिकों के 'ऑपरेशन सिंदूर' पर गाए गीत और भारत को टॉप डिफेंस एक्सपोर्टर बनाने का लक्ष्य। विक्रांत 'मेक इन इंडिया' का प्रतीक।
INS विक्रांत पर पीएम मोदी की ऐतिहासिक दीवाली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के गीतों ने किया भावुक, नौसेना को बताया ‘आत्मनिर्भर भारत’ का प्रतीक
गोवा/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दीपावली का पावन पर्व गोवा में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) पर नौसैनिक योद्धाओं के बीच मनाया। यह 12वीं बार है जब प्रधानमंत्री ने देश की सीमाओं पर जवानों के साथ दीवाली मनाई। रविवार को यहां पहुंचने के बाद उन्होंने नौसैनिकों से बातचीत की, उनके साथ गाना गाया, मिठाई खाई और डिनर किया।
लगभग 40 मिनट के अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने नौसेना के पराक्रम, आत्मनिर्भर भारत की शक्ति और ऑपरेशन सिंदूर में तीनों सेनाओं के असाधारण समन्वय की जमकर प्रशंसा की।
विक्रांत पर बिताई रात ‘अवर्णनीय’
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करते हुए और अपने संबोधन में कहा कि “कल रात आईएनएस विक्रांत पर बिताई रात अवर्णनीय थी।” उन्होंने नौसैनिकों के चेहरे पर उत्साह और खुशी देखी और उनकी मेहनत और समर्पण को महसूस किया।
पीएम ने कहा: “आपके साथ रहकर आपकी सांसों को महसूस करना, आपकी धड़कन सुनना और आंखों में चमक देखना गहरा अनुभव है।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी सुनकर हुए भावुक
पीएम मोदी ने नौसैनिकों के जोश और देशभक्ति के गीतों की विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “जब मैंने कल आपको देशभक्ति के गाने गाते हुए देखा, और जिस तरह से आपने अपने गानों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में बताया, कोई भी शब्द उस अनुभव को पूरी तरह से बयां नहीं कर सकता।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को गीतों ‘कसम सिंदूर की’ से चित्रित करने का तरीका पीएम को विशेष रूप से भावुक करने वाला लगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेनाओं की बहादुरी से पाकिस्तान हिल गया था और तीनों सेनाओं का तालमेल रिकॉर्ड समय में जीत दिलाया था।
INS विक्रांत: आत्मनिर्भर भारत का शक्तिशाली प्रतीक
प्रधानमंत्री ने आईएनएस विक्रांत को सिर्फ एक युद्धपोत नहीं, बल्कि “21वीं सदी के भारत की कड़ी मेहनत का प्रतीक” बताया।
- स्वदेशी ताकत: उन्होंने याद दिलाया कि 2014 से भारतीय शिपयार्डों ने 40 से अधिक वॉरशिप और सबमरीन बनाए हैं। विक्रांत आज आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया का शक्तिशाली प्रतीक है।
- औपनिवेशिक विरासत को अलविदा: पीएम ने उस दिन को याद किया जब देश को स्वदेशी आईएनएस विक्रांत मिला था और नौसेना ने औपनिवेशिक विरासत के प्रतीक को अलविदा कहते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता से प्रेरित नया ध्वज अपनाया था।
सेनाओं का समन्वय और भविष्य का लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेनाओं के समन्वय को चमत्कारिक बताया। उन्होंने कहा, “तीनों सेनाओं के बीच ज़बरदस्त तालमेल ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया।”
- डिफेंस एक्सपोर्ट: पीएम ने कहा कि वर्तमान एनडीए सरकार का लक्ष्य भारत को दुनिया के टॉप डिफेंस एक्सपोर्टर्स में से एक बनाना है।
- भय का संचार: उन्होंने कहा कि जब कुछ लोग ब्रह्मोस का नाम सुनते हैं, तो उनके मन में डर पैदा हो जाता है, जिससे पता चलता है कि हमारी शक्ति कितनी प्रभावी है।
पीएम ने सभी बहादुर सैनिकों के परिवारों को हार्दिक दीवाली की बधाई दी और नौसेना को भारतीय महासागर का रक्षक बताया। इस यादगार दीवाली ने जवानों में नया उत्साह भर दिया।