
अधिकारी अपना रवैया व कार्यशैली में कर ले बदलाव – विधायक
अधिकारी अपना रवैया व कार्यशैली में कर ले बदलाव – विधायक
विधायक ने बैठक में दी हिदायत, विकास कार्यों खास कर मंडी बोर्ड के कार्यों पर जताया असंतोष
बेमेतरा – जनपद पंचायत सभागृह में विधायक ईश्वर साहू ने ब्लॉक के समस्त विभाग प्रमुखों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को अपना रवैया बदलने की हिदायत देते हुए कहा कि सरकार बदल गई हैं इस बात को ध्यान में रखकर कार्य करें। जनता को किसी भी प्रकार की तकलीफ ना हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। आबकारी विभाग को स्पष्ट रूप से आदेश दिया गया कि कहीं चकना दुकान नहीं होना चाहिए वही शराब दुकानों को लेकर भी कुछ शिकायतों पर दुकान के लिए जगह बदलने के निर्देश दिए। मंडी बोर्ड के कार्यों को लेकर भी विधायक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए विभाग के एसडीओ को कड़ी फटकार लगाई। लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही सड़कों के विस्तृत जानकारी लेकर निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा गया। उन्होंने पूर्व विधायक के द्वारा दिए गए बयान आज भी मेरी कलम में ताकत है पर कटाक्ष करते हुए कहा सरकार बदल गई है अब कमल की कलम में ताकत हैं, इस बात को अधिकारी ध्यान में रखें। बैठक में उपस्थित अधिकारियों से एसडीम ने सभी का परिचय कराया। बैठक में एसडीएम, सीईओ प्रकाश मेश्राम, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, खंड चिकित्सा अधिकारी, विद्युत मंडल, खाद्य विभाग, माइनिंग विभाग, मंडी बोर्ड, जल संसाधन, आबकारी विभाग, लोक निर्माण, लोक यांत्रिकी विभाग सहित सभी विभाग के प्रमुख उपस्थित रहें। कई विभागों के कार्य को लेकर भाजपा पदाधिकारी ने जमकर आक्रोश जताया, विधायक द्वारा ली गई पहली समीक्षा बैठक के दौरान पुराने कार्यकाल में हुए भारी भ्रष्टाचार को लेकर सभी में भारी गुस्सा नजर आया, वहीं अधिकारी अपनी बातों का जवाब देने से पहले घबराहट में नजर आ रहे थे।
अवैध कारोबार बर्दाश्त नहीं – विधायक ने स्पष्ट रूप से क्षेत्र में किसी भी प्रकार के अवैध कारोबार को बर्दाश्त नहीं करने की स्पष्ट रूप से चेतावनी के बाद सभी ने इसका स्वागत किया।
मंडी बोर्ड के कार्यों को लेकर भारी नाराजगी
– क्षेत्र में चल रहे मंडी बोर्ड के निर्माण कार्य भारी भ्रष्टाचार के बीच चर्चा का विषय रहा बता देना लाजिमी हो कि इस विभाग के कार्य के बारे में किसी को जानकारी नहीं होती, इस विभाग के अधिकारी सिर्फ ठेकेदारी का फोन रिसीव करते हैं। कौन से निर्माण कितने लागत का है इसके बारे में ग्राम के सरपंच सचिव भी नहीं जानते, यह सिर्फ ठेकेदार और अधिकारी के बीच रहता हैैं। पहली बार विभाग के एसडीओ बैठक में पहुंचे जो कोई भी जानकारी देने की स्थिति में नहीं थे। विभाग के अधिकारी को लेकर बैठक में उपस्थित सभी ने कड़ी नाराजगी जाहिर कर विभाग द्वारा चल रहें निर्माण कार्यों की जानकारी विस्तार सहित विधायक को देने के बाद आगे कार्य प्रारंभ करने की हिदायत दी गई।










