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आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रो में तेजी से विकास के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर- मुख्यमंत्री बघेल
सोहगा गोठान में हरेली त्यौहार मनाने जुटे ग्रामीणों ने सुनी लोकवाणी
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रो में तेजी से विकास के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर- मुख्यमंत्री बघेल

प्रभा सिंह यादव/ब्यूरो चीफ/सरगुजा// मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की बीसवीं कड़ी को अम्बिकापुर जनपद के मॉडल गोठान सोहगा में रविवार को हरेली त्यौहार के उपलक्ष्य में उपस्थित अधिकारी, कर्मचारी तथा ग्रामीणों ने सुनी। आकाशवाणी,एफएम रेडियो,एवं क्षेत्रीय टीवी चैनलों में प्रसारित लोकवाणी के बीसवीं कड़ी में मुख्यमंत्री ने आदिवासी अंचलों की अपेक्षाएं और विकास विषय पर बात की। लोकवाणी को जिले में पूरे उत्साह के साथ सुना गया। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की पहली त्यौहार हरेली की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हरेली त्यौहार के दिन अपने गांव-घर, गौठान को लीप-पोत कर तैयार किया जाता है। गौमाता की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़िया भावना को ध्यान में रखते हुए हरेली सहित पांच त्यौहारों में सरकारी छुट्टी घोषित की गई है। उन्होने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद प्रदेश में पहली बार विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इससे सभी लोगों को आदिवासी समाज की परंपराओं, संस्कृतियों और उनके उच्च जीवन मूल्यों को समझने का अवसर मिला है।
सभी मिलकर समरसता और सौहार्द का खुशनुमा माहौल बनाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि आदिवासी परंपरा और संस्कृतियों को सहेजने देवगुड़ी निर्माण योजना संचालित की जा रही है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रो में तेजी से विकास हों इसके लिए स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगो को लंबी दूरी तय करने से निजात दिलाने के लिए 29 नई तहसीलों और 4 अनुविभगो का गठन किया गया है। इन नई प्रशासनिक इकाईयों के गठन से लोगों को अपनी भूमि, खेती-किसानी से संबंधित काम, बच्चों की पढ़ाई, नौकरी या रोजगार से संबंधित कामों के लिए आसानी होगी। सरकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन होगा। इसे ही हमने प्रशासनिक संवेदनशीलता का मूलमंत्र बनाया है। अनुसूचित क्षेत्रों में कोदो, कुटकी, रागी जैसी फसलों को भी समर्थन मूल्य पर खरीदने के इंतजाम किए गए हैं तथा लाख को कृषि का दर्जा दिया गया है। वन अधिकार मान्यता पत्रधारी परिवारों के खेतों में उपजे धान को भी समर्थन मूल्य पर खरीदने की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 16 हजार करोड़ रुपए की लागत से सड़कों का निर्माण किया जा रहा है जिससे हमारे आदिवासी अंचलों को सैकड़ों ऐसी सड़कें मिलेंगी जिनका इंतजार वे दशकों से कर रहे थे।राज्य के सुदूर अंचल में ग्रामीणों को सहजता से स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने हमने मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना शुरू की है। इससे अब आदिवासी भाई-बहनों का उपचार हाट-बाजारों में होने लगा है। इसका लाभ 11 लाख से अधिक लोगों को मिल चुका है।बीस साल बाद प्रदेश में 14 हजार 580 शिक्षक-शिक्षिकाओं की नियुक्ति आदेश दे दिए गए हैं। इससे आदिवासी अंचलों में भी शिक्षकों की कमी स्थायी रूप से दूर हो जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने राम-वन-गमन पथ पर बात करते हुए कहा कि यह बहुत गर्व का विषय है कि भगवान राम का अवतार जिस काम के लिए हुआ था, उन प्रसंगों की रचना छत्तीसगढ़ में हुई। यह अद्भुत संयोग है कि भगवान राम का छत्तीसगढ़ में प्रवेश, संचरण और प्रस्थान सघन आदिवासी अंचल में ही हुआ। आस्था के साथ जुड़ी सड़कें, सुविधाओं के साथ आजीविका के नए-नए साधन भी आएंगे। यह समरसता और सौहार्द्र के साथ वनवासी राम के प्रति आस्था का परिपथ बनेगा जो नदियों, नालों, झरनों, जलप्रपातों, खूबसूरत जंगलों से गुजरते हुए सैकड़ों पर्यटन स्थलों का उद्धार करेगा।
मुख्यमंत्री ने कोरोना की ‘तीसरी लहर’ को लेकर सभी से बहुत सावधान रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि पर्व-त्यौहार मनाते समय फिजिकल डेस्टिंसिंग का पालन करें, मास्क का उपयोग करें, हाथ को साबुन-पानी से धोते रहें तथा टीका जरूर लगवाएं। खुद को बचाए रखना ही सबसे जरूरी उपाय है। लोकवाणी कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए सरपंच सियाराम, पंच संजीव कश्यप , दीक्षित शर्मा, प्रमिला सिंह ने कहा कि लोकवाणी कार्यक्रम के माध्यम से शासन की योजनाओं एवं निर्णय की जानकारी मिलने के साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं लोगो से योजनाओ का लाभ उठाने की अपील की जाती है। दरिमा नया तहसील बनने से राजस्व एवं अन्य कार्यो के लिए तहसील जाने में लंबा सफर तय नही करना पड़ेगा। इस अवसर पर पंच नंदेश्वरी, सविता, बसंती यादव, शकुंतला यादव, अनिता तिर्की, तरसिला लकड़ा, जनपद पंचायत के सीईओ एसएन तिवारी, पीओ नीलेश जायसवाल, एसडीओ उपेंद्र सेंगर, सचिव सुनील कुमार, गोठान समिति के अध्यक्ष गीता प्रसाद, महिला स्व-सहायता समिति के अध्यक्ष रामवती यादव तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

