देश में महंगाई से जनता को राहत देने की बजाएं नफरत की राजनीति कर रही है मोदी सरकार: स्वामीनाथ जायसवाल
नई दिल्ली भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जायसवाल देश में बढ़ती महंगाई और बढ़ते पेट्रोल डीजल के दाम पर मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि रसोई गैस के मूल्य में रिकॉर्ड वृद्धि पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये इंटक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जायसवाल ने पूछा है कि उपलब्धियों का ढिंढोरा लगातार पीटने वाली सरकार यह बता दे कि महंगाई बढ़ाने के अलावा और क्या काम किया है। स्वामीनाथ जायसवाल ने कहा कि हर दिन तेल के दाम बढ़ाने के बाद आम आदमी की रसोई पर हमला किया है। रसोई गैस के मूल्य साढ़े 25 रुपये बढ़ा दिए गए। सिलेंडर 835 रुपये का हो गया। सरकार इसे बहुत तेजी से ‘हजारी’ बनाने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि सरकार सब्सिडी पहले ही खत्म कर चुकी है, लेकिन उपभोक्ता के साथ मजाक जारी है। उपभोक्ता जब गैस सिलेंडर का भुगतान करता है तो उसके मोबाइल पर संदेश आता है कि सब्सिडी के एक रुपया.21 पैसे आप के खाते में डाल दिए गए हैं। इससे दुर्भाग्यपूर्ण और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि गरीब की कमर तोड़ने पर केंद्र व राज्य सरकार आमादा क्यों है। जनता को भी अब महसूस होने लगा है कि भाजपा को वोट देने का ही खामियाजा उसे भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आखिर कोई तो सीमा होगी सरकार की निरंकुशता की। बिना किसी कारण हर दिन पेट्रोल व डीजल का मूल्य बढ़ाया जा रहा है। एक माह में 20 बार डीजल-पेट्रोल के भाव बढ़ाए गए। साल का हिसाब लगाया जाए तो यह वृद्धि पौने दो सौ बार से अधिक बैठती है। जायसवाल ने कहा कि झूठ बोलने का विश्व रिकॉर्ड बना चुकी सरकार क्या अब सबसे अधिक बार तेल मूल्य वृद्धि का गिनीज बुक रिकार्ड बनाना चाहती है। इसका कोई तार्किक जवाब है सरकार के पास। इतिहास गवाह है कि इतनी मूल्य वृद्धि आज तक कभी नहीं हुई। पिछले 6 माह में पेट्रोल व डीजल में 15-15 रुपये की वृद्धि हो चुकी है। 95 रुपये लीटर डीजल और 106 रुपये पेट्रोल के दाम हो गए हैं। इसका मतलब साफ है कि सरकार चाहती है कि वाहन चालक अपनी गाड़ियों को किसी बाड़े में बंद कर दें।