
बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए नया मिशन
बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए नया मिशन
राजनांदगांव // राजनांदगांव और मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के लक्षित आंगनबाडिय़ों में पो-लईका कार्यक्रम जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा है। यह योजना दोनों जिलों में गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए संचालित है, कलेक्टर राजनांदगांव संजय अग्रवाल और कलेक्टर मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी एस जयवर्धन के मार्गदर्शन में। पो_लईका पहल एक पोषण परामर्श अभियान है, जो हर शुक्रवार को एक पालक चौपाल में पोषण पर चर्चा करता है।
स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की पूरी टीम खाने-पीने की प्रथा में बदलाव लाने में लगी हुई है। मुख्य लक्ष्य बच्चों को क्या खाना चाहिए, कैसे और कब खाना चाहिए और कुपोषित बच्चों को क्या खिलाना चाहिए बताना है। खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों और सूक्ष्म पोषक तत्वों की चर्चा होती है। यूनिसेफ जमीनी स्तर के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करता है। इसमें आईबी ग्रुप की सीएसआर विंग पहल भी शामिल है।
पो-लईका पहल के तहत पिछले शुक्रवार को राजनांदगांव और मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के 340 लक्षित आंगनबाड़ी केंद्रों में पालक चौपाल का आयोजन किया गया। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सिंघोला और मोहड़ में जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने पालक चौपाल में भाग लिया।
पालक चौपाल में कुपोषित बच्चों के पालकों को तिरंगा भोजन और हाथ धोने की जरूरत बताई गई। कुपोषित बच्चों की माताओं ने खुलकर अपनी परेशानियों और अपने बच्चों की कमजोरी के कारणों को बताया। स्वास्थ्यपूर्ण बच्चों की माताओं ने बताया कि वे अपने बच्चों को क्या खिलाते हैं और कैसे खिलाते हैं। श्रीफल स्वस्थ बच्चों की माताओं को सम्मानपूर्वक दिया गया। जनपद सदस्य, सीडीपीओ श्रीमती रीना ठाकुर, पर्यवेक्षक, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सरपंच, सचिव और बच्चों के पालक पालक चौपाल में उपस्थित थे।