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Ambikapur News : संगीतकार बप्पी लाहिरी को तुलसी साहित्य समिति ने दी श्रद्धांजलि………..

संगीतकार बप्पी लाहिरी को तुलसी साहित्य समिति ने दी श्रद्धांजलि………..

P.S.YADAV/ब्यूरो चीफ/सरगुजा//  तुलसी साहित्य समिति ने देश के जाने-माने संगीतकार और गायक बप्पी लाहिरी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है, जिनका निधन विगत दिवस मुम्बई में 69 वर्ष की आयु में हो गया। समिति के अध्यक्ष मुकुन्दलाल साहू ने डिस्को किंग बप्पी दा के सांगीतिक योगदानों का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी नायाब धुनों से पूरे देश को थिरकने पर विवश किया।

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डिस्को डांसर, शराबी, नमक हलाल, हिम्मतवाला, वारदात, जख्मी, चलते-चलते, सत्यमेव जयते, कमांडो, गैंग लीडर, सैलाब-जैसी अनेक फिल्मों को उन्होंने अपने बेहतरीन संगीत से लोकप्रिय बनाया। सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के बाद बप्पी लाहिरी के निधन से भारतीय सिने जगत् को गहरा धक्का लगा है। उनके निधन से हुई रिक्तता की पूर्ति सम्भव नहीं है।

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समिति की उपाध्यक्ष कवयित्री अर्चना पाठक का कहना था कि बप्पी लाहिरी ने महज 19 साल की उम्र में अपने कॅरियर की शुरूआत की। वे उन गायकों में से एक थे, जिन्होंने भारत में डिस्को को प्रचलन में लाया। उनकी डिस्को डांसर और शराबी- जैसी बेहद कामयाब फिल्मों के गीतों की पूरे देश में धूम रही। उनके गीत ‘‘जिमी-जिमी आ जा, आ जा’’ की लोकप्रियता आज भी सिर चढ़कर बोलती है। उन्होंने सन् 1980 और 1990 के दशक में कई जबर्दस्त साउण्ड ट्रैक्स बनाए।

उनका निराला अंदाज संगीत की दुनिया में विशेष पहचान रखता है। सोने की ज्वेलरी को लेकर भी उनका मोह जग जाहिर रहा, जो उनके पहनावे से साफ झलकता था। उनके पहनावे में चमक और रंग बहुत गहरे होते थे। सिर्फ 4 वर्ष की उम्र में लता मंगेशकर के गीत में तबला बजाकर वे मशहूर हो गये। आलोकेश लाहिरी को सब प्यार से बप्पी लाहिरी बुलाने लगे थे।

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