
धान खरीदी है लोगों की उम्मीद, कृषक उन्नति योजना से जब मिली राशि तो किसी ने अधूरे घर को पूरा किया, किसी ने खरीदी मोटरसाइकिल
अम्बिकापुर/ पूरे प्रदेश में धान खरीदी जारी है। धान खरीदी केवल एक शासकीय काम या दायित्व नहीं है, इससे लाखों किसानों की उम्मीद भी जुड़ी रहती है। सरकार ने अपने वादे के अनुरूप गत खरीदी वर्ष में जब किसानों को उनकी मेहनत का वाजिब दाम दिया, तो किसानों में राहत और खुशी का माहौल रहा। कृषक उन्नति जैसी योजना से एकमुश्त आदान राशि खाते में आने से किसी ने अपना कर्ज चुकाया तो किसी ने अपना घर बनाया। इस बार फिर किसान उत्साह के साथ धान खरीदी के लिए उपार्जन केंद्रों में पहुंच रहे हैं। किसानों का कहना है कि पिछली बार पूरा दाम मिला था, इस साल भी मिलेगा।
गांव असोला के रहने वाले किसान तीजा राम ने बताया कि उनकी 7 एकड़ जमीन है, जिसपर खेती का काम करते हैं। कुछ धान अपना खाने के लिए भी रखते हैं, और बाकी धान को बेच देते हैं। पिछली बार उन्होंने 100 क्विंटल धान बेचा था, जिसकी सही और बेहतर कीमत मिली। बुजुर्ग किसान तीजा राम खुश होकर बताते हैं कि कृषक उन्नति योजना के तहत आदान राशि मिली तो उन्होंने घर के लिए मोटर साइकिल खरीदी। सरकार अब 21 क्विंटल प्रति एकड़ के फैसले के साथ धान खरीदी कर रही है, जो किसानों के हित बहुत ही अच्छा है। वे छत्तीसगढ़ी में हंसते हुए कहते हैं कि “पार साल मिले रीहिस पैसा, मोदी के गारंटी पूरा होत हे, ए दारी घलों विष्णुदेव सरकार दीही, मुख्यमंत्री ल धन्य धन्यवाद हे“
इसी तरह मानिक प्रकाशपुर के किसान महेंद्र राम मिंज बताते हैं कि पिछले साल उन्होंने 116 क्विंटल से ज्यादा धान विक्रय किया था जिसका उन्हें समर्थन मूल्य के अनुरूप वाजिब दाम मिला। धान विक्रय पर राशि मिली और फिर कृषक उन्नति योजना के तहत आदान राशि भी मिली जिससे सरकार ने जो वादा किसानों से किया था, जो गारंटी दी थी, वो पूरी हुई, और हमें पता है कि इस बार भी राशि समय पर मिल जाएगी। धान खरीदी केंद्रों में माइक्रो एटीएम भी लगाए गए हैं। जहां किसान दस हजार तक की राशि निकाल सकते हैं, तो व्यवस्था तो सरकार ने बेहद अच्छी की है। वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने किसानों के लिए बड़ा निर्णय लिया है। हमारे प्रदेश में धान का सर्वाधिक 3100 रूपए क्विंटल कीमत मिल रहा है, जो अन्य किसी जगह में नहीं है। सरकार द्वारा 21 क्विंटल प्रति एकड़ में धान खरीदने का भी ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है।