
स्वर्गीय गिरधारी पहलवान दंगल प्रतियोगिता में लखनपुर का दबदबा
स्वर्गीय गिरधारी पहलवान दंगल प्रतियोगिता में लखनपुर का दबदबा
सीनियर वर्ग मे विजेता, उपविजेता एवं जूनियर वर्ग में उपविजेता का खिताब भी लखनपुर को
गोपाल सिंह विद्रोही विश्रामपुर -स्वर्गीय गिरधारी पहलवान स्मृति में आयोजित संभागीय दंगल प्रतियोगिता मे लखनपुर के पहलवानों ने अपना रण कौशल दिखा कर लोगों का खूब मनोरंजन किया तो वही सीनियर वर्ग के प्रथम विजेता व उपविजेता के साथ ही जूनियर वर्ग के उपविजेता के खिताब पर भी कब्जा जमाया।
प्रतिवर्ष नाग पंचमी के अवसर पर क्षेत्र के प्रसिद्ध लोकप्रिय पहलवान रहे स्वर्गीय हरिनंदन गिरधारी पहलवान की स्मृति में आयोजित होने वाला संभागीय दंगल प्रतियोगिता में पहलवानों की कई जोड़ियों ने अपना दमखम दिखाया परंतु पूरे इस आयोजन पर लखनपुर के पहलवानों का दबदबा बरकरार रहा ।दंगल प्रतियोगिता में गिरधारी व्यायामशाला में आयोजित उक्त प्रतियोगिता मे लखनपुर के पहलवान हरिदास ने लखनपुर के ही छक्के लाल को जुनियारवर्ग में पटकर्नी देकर विजेता का खिताब अपने नाम किया। इसी प्रकार सीनियर वर्ग के दंगल प्रतियोगिता में लखनपुर के पहलवान उमेश्वर ने लखनपुर के ही बिट्टू पहलवान को जबरदस्त मुकाबले में पटरानी देकर प्रतियोगिता का सिरमौर बने ।इन पहलवानों को अतिथियों ने प्रतियोगिता के विजेता कप, प्रशस्ति पत्र सहित नगद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया ।
उक्त प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि सरगुजा प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं प्रेम नगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक खेल सिंह ने कहा कि भारतीय प्राचीन खेल कुश्ती को संरक्षण प्रदान करने के लिए स्वर्गीय गिरधारी के परिजनों में नगर पंचायत अध्यक्ष आशीष यादव, मंगला यादव सहित समिति के सदस्यो का प्रयास प्रशंसनीय है। श्री खेलते सिंह ने कहा कि यह आयोजन से क्षेत्र के युवाओं को स्वास्थ्य व सबल प्रदान करने में के लिए प्रेरणादायक साबित होगी ।खेल साय सिंह ने स्वर्गीय गिरधारी पहलवान व्यायामशाला की सेड निर्माण के लिए डेढ़ लाख रुपए देने की घोषणा करते हुए आयोजन समिति से टीना का सेड न बनाकर पक्का सेड बनाने की अपील की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक अमित सक्सेना ने कहा कि कुश्ती प्राचीन काल में राजा महाराजाओं के सानिध्य में दंगल प्रतियोगिता के रूप में आयोजित होता था । यह भारतीय खेलो में से प्राचीनतम खेल है। इस प्राचीन प्रथा को बढ़ावा देने के लिए समिति ने इस खेल को जीवंत किया है। इस प्रतियोगिता में आने के बाद देश के प्रसिद्ध पहलवान दारा सिंह की कुश्ती का स्मरण करा दिया। पहलवान उमेश्वर के पास टेक्निक एवं शक्ति है। कुश्ती शक्ति व टेक्निक का ही खेल है। खिलाड़ियों को चाहिए कि कुश्ती मे शक्ति के साथ साथ टेक्निक का इस्तेमाल करें तभी इस खेल में विजय हासिल की जा सकती है। दोनों खिलाड़ियों ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया है। आप नियमित रूप से अभ्यास करें।
कांग्रेस के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सुभाष गोयल ने आयोजन समिति को नाग पंचमी के अवसर पर सफल आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए प्रतियोगिता के सभी पहलवान जोड़ो के विजेता खिलाड़ियों को 500-500 रु नगद के साथ ही निर्णायक पहलवान पिंटू यादव को 1200 रु प्रदान की साथ ही सरगुजा प्राधिकरण के उपाध्यक्ष खेल साय सिंह से व्यायामशाला में शेड बनाने हेतु डेढ़ लाख रू की मांग की जिस पर श्री सिंह ने देने की घोषणा की। जिला पंचायत उपाध्यक्ष महेश राजवाड़े ने संबोधित करते हुए कहा कि सूरजपुर जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है जरूरत है उन्हें चुन-चुन कर मंच पर लाने की । आयोजन समिति ने ग्रामीण प्रतिभाओं को लाकर इस प्रतियोगिता में शामिल किया है, उन्हें प्रोत्साहित किया है इसके लिए आयोजन समिति धन्यवाद के पात्र है। मंचासीन अतिथियों में जिला महिला कांग्रेस के अध्यक्ष दीप्ति स्वाई, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राजेश यादव, राजकिशोर चौधरी, दीनानाथ सिंह यादव, रामचंद्र यादव ,राजू सिंह, विजय मिश्रा आदि शामिल थे जिन्हें आयोजन समिति ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मंच का संचालन वरिष्ठ पार्षद रवि शंकर बउवा ने किया ।कार्यक्रम को सफल बनाने में मंगल सिंह यादव, आशीष यादव, पिंटू यादव, अंशुल गोयल, राजेश जैन, विनय सिंह ,अमरेश कुमार, गंगा प्रसाद रवि आदि लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।