
बाघों की संख्या बढ़ाने किए गए 184 करोड़ खर्च
रायपुर। वन विभाग ने प्रदेश के टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ाने दो टाइगर रिजर्व में बाघ- बाघिन छोड़े गए है और अब तक 184 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। यह जानकारी नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने विधानसभा में वन मंत्री मोहम्मद अकबर की अनुपस्थिति में कांग्रेस के विधायक अरूण वोरा द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में दिए।
वोरा ने जानना चाहा था कि 2019 से अब तक बाघों के संरक्षण में कितनी राशि खर्च हुई, कितने बाघ बढ़े और कितने बाघ मारे गए? मंत्री ने कहा कि प्रदेश के तीन टाइगर रिजर्व उदंती, सीतानदी और अचानकमार अभ्यारण्य में 2018 तक 19 बाघ हैं। इन चार वर्षों में बाघ संरक्षण पर 183.77 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। अभी भी संख्या 19 है। बाघ की संख्या बढ़ाने कान्हा से 2 टाइगर, 1 टाइग्रेस लाने का फैसला किया गया है। अचानकमार में इन्हें छोड़ा जाएगा। वोरा ने पूछा कि 2022 तक कितने बाघों की मौतें हुई। मंत्री डहरिया ने कहा कि 2 बाघों की मौत हुई। इनमें एक बीमारी की वजह से और दूसरे का शिकार किया गया। शिकार को लेकर 4 लोगों पर कार्रवाई की गई है।