
भेस्की कांड: पीड़ित परिवारों की उपेक्षा पर गरजे कांग्रेसी, सरकार की सुशासन नीति पर उठाए सवाल
राजपुर के भेस्की गांव में पीड़ित परिवारों ने कार्रवाई में अनदेखी का आरोप लगाया। कांग्रेस नेताओं ने वित्तीय सहायता व गिरफ्तारी नहीं होने पर सरकार को घेरा और सुशासन की नीति पर सवाल खड़े किए।
राजपुर। भेस्की गांव में हुए घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के.पी. सिंहदेव, पूर्व विधायक डॉ. प्रीतम राम, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुनील सिंह सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने पीड़ित परिवारों से भेंट की। इस दौरान पीड़ितों ने कार्यवाही में गंभीर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक उन्हें न तो किसी प्रकार की वित्तीय सहायता मिली है, न ही मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।

कांग्रेस नेताओं ने मौके पर उपस्थित होकर कहा कि इस पूरे मामले को सरकार और स्थानीय प्रशासन के संज्ञान में बार-बार लाया गया है, लेकिन अब तक गंभीरता से न तो जांच की गई है और न ही आवश्यक कार्रवाई की गई है। उन्होंने यह भी मांग की कि भूमाफियाओं द्वारा बेनामी संव्यवहारों के जरिए अर्जित की गई संपत्तियों की गहन जांच कराई जाए।
कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार की संवेदनशीलता सिर्फ नारों तक सीमित रह गई है और भेस्की गांव जैसे क्षेत्रों में आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार करने वाले षड्यंत्रकारियों व दलालों को खुली छूट मिल गई है। प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी इस मामले में संदेह को और गहरा कर रही है।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब सरकार सुशासन का दावा कर रही है, तो फिर इस प्रकरण में अब तक कोई ठोस गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है? भेस्की गांव में भूमाफियाओं द्वारा किए गए संव्यवहारों की जांच भी नहीं कराई जा रही है, जिससे आदिवासी समाज में रोष है।
उपस्थित कांग्रेसी नेता:
राजेंद्र भगत, विजय पैकरा, शिवभजन मरावी, पूरन चंद्र जायसवाल, विवेक सिंह, रामकिशुन राम, राजेंद्र श्रीवास्तव, भजन राम, विमलेश, मुन्नाराम सहित अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित थे।












