
शराब दुकान बंद, फिर भी गली-गली में खुलेआम बिक रही है शराब*
*शराब दुकान बंद, फिर भी गली-गली में खुलेआम बिक रही है शराब*
डोंगरगांव
राजनांदगांव जिले में बीते एक महीने से लॉकडाउन है। शराब दुकाने बंद हैं। फिर भी गली-गली में शराब उपलब्ध है। चार गुना दामों में शराब बेची और खरीदी जा रही है।
लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब सभी जिलों की सीमााएं सील है, प्रदेश की सीमा सील है, चौक-चौराहों पर पुलिस तैनात है, उसके बाद भी लॉकडाउन में शराब आ कहां से रही है। शराब के शौकिन चार गुना ज्यादा कीमत में बिक रही शराब भी खरीद रहे हैं।
600 सौ से 8,12, 15 सौ वाले अंग्रेजी शराब के बोतल की कीमत तीन हजार से चार हजार रुपये में बेची जा रही है।
महुआ व संतरी की भी डिमांड
जिन लोगों को देशी व अंग्रेजी नहीं मिल पा रही है. वे लोग जंगल इलाकों से महुवा की शराब मंगा रहे हैं और बेच रहे हैं । कुछ लोग महाराष्ट्र की संतरी को भी ऊंचे दामों में शहर में खपा रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में धल्ले से बिक रही महाराष्ट्र की संतरी दारू
जिले के डोंगरगांव ब्लाक के गांव रातापायली, सहित आसपास के गांवों में बिक रहा हैं महाराष्ट्र का दारू गांव गांव में कोचियों का जमावड़ा ।
*शराब माफिया बेरोजगार युवाओं को पैसे का झांसा देकर करवा रहे है यह अवैध शराब का काम…….*
मिली जानकारी के अनुसार शराब माफिया बेरोजगार युवाओं को पैसे का लालच देकर महाराष्ट्र ककोड़ी से संतरी शराब मांगा कर 4 गुने दाम पर शराब बेच रहा है। 4-5 मोटर सायकल से बैग में भरकर लाया जा रहा है शराब। 20 वर्ष से कम उम्र के युवा शामिल इस गोरख धंधे मे।
रातापायली से हो रहा आसपास के गांव में संतरी शराब पेटी की सप्लाई
शाम होते ही रातापायली में रातापायली सहित आसपास के गांव के ग्रामीण का भिंड लगा रहता है खुले आम बेचा जा रहा है शराब।
जल्द ही माफियाओं के नाम का खुलासा किया जाएगा।
ग्रामीणों को कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है।
रिपोर्ट – मानसिंग वर्मा