राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जयसवाल जी ने कहा कि एक बार फिर से कोरोना के मामलों में बढ़त दर्ज की है तो इस समय हमारे देश के प्रधानमंत्री जी का कोई स्पष्ट जवाब नहीं आ कर महामारी के प्रति तथा इस संकट की घड़ी में हमारी केंद्र सरकार कुछ भी नहीं कर पा रही है ऐसे में जिन राज्यों में ऑक्सीजन की कमी आ रही है तथा जहां पर ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं पहुंच रही है वहां पर भी हमारी केंद्र सरकार कोई मदद नहीं कर रही है और ना ही अभी तक इसको रंगीला जंग लड़ने को तैयार हुई है ऐसे में हमारे देश का क्या होगा? देश में पिछले कुछ दिनों से बहुत तेजी के साथ बढ़ते संक्रमण के कारण अब संक्रमित देशों की श्रेणी में प्रथम पायेदान पर पहुंच गया है, आम लोग संक्रमण से त्रस्त हैं, वही भयंकर आपदा के समय में भी देश के कुछ राजनेता राजनीति करने में मस्त हैं। तथा जायसवाल ने कहा की इस समय हमारे देश के सभी जाब़ाज कोरोना वारियर्स अपनी जान को जोखिम में डालकर घातक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जान बचाने में व्यस्त हैं। वो कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास पूर्ण मेहनत के साथ दिल से कर रहे हैं, लेकिन फिर भी वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेकर रोजाना कुछ लोगों को असमय काल का ग्रास बना रहा है। हमारे जाब़ाज डॉक्टर व अन्य स्टाफ मरीजों के साथ वायरस के इर्द-गिर्द रहकर लगातार लोगों के जीवन बचाने की तैयारी में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी पहलू देखें तो कुछ समय पहले देश की जनता को इस घातक कोरोना वायरस से बचाने के लिए लगाए गये बेहद आवश्यक लॉकडाउन के चलते देश में सब कुछ बंद होने के कारण हमारी अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गयी है,तथा जायसवाल का कहना है की जिसके चलते देश में आज बहुत सारे लोगों के सामने रोजीरोटी का बेहद गंभीर संकट अचानक से उत्पन्न हो गया है,ओर केन्द्र सरकार इस बेहद गंभीर स्थिति से निपटने के लिए कोई नही प्रयास कर रही हैं। भयावह आपदा के चलते देश के हुए इस हाल को देखकर हर वर्ग के लोग अपना, अपने बच्चों व नातेदारों के भविष्य के बारे में सोच-सोच कर बहुत ज्यादा चिंतित व परेशान हैं।
जायसवाल ने कहा की इस बेहद गंभीर हालात में कुछ दिनों तक तो देश के अधिकांश राजनीतिक दलों के राजनेता भी एकजुट होकर आम जनता के बारे में बहुत चिंतित नजर आये है, वो आम लोगों की मदद करने से लेकर हर काम में बेहद तत्पर नजर आये थे। लेकिन कुछ समय बाद से ही हमारे देश में कभी भी ना रुक पाने वाली राजनीति के चलते देश में फिर से ओछी आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति महामारी के बेहद गंभीर संकट काल में भी शुरू हो गयी और वो जब से आज तक भी लगातार जारी है। वही जायसवाल ने ये भी कहा तथा देश में नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति फिर से एकबार अपने चरम पर पहुंच गई है। जबकि हमारे देश को इस समय कोरोना से लोगों की जान बचाने से लेकर के विभिन्न मोर्चों पर बहुत ज्यादा गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। देश को इस समय बेहद भयंकर कोरोना आपदा, खस्ताहाल अर्थव्यवस्था, लेकिन हम सभी के लिए बहुत अफसोस की बात यह है कि गंभीर चुनौतियों के वक्त में भी एकजुट होने की जगह देश के भाजपा राजनेताओं ने अपनी ओछी राजनीति को तरजीह देकर फिर से अपनी बेहद घातक राजनैतिक चालें चलकर अपने स्वार्थों को पूरा करने के लिए राजस्थान जैसी राजनीतिक बिसात बिछानी शुरू कर दी हैं। हालांकि यह अलग बात है कि बेहद घातक कोरोना महामारी से बचने के चलते इन दिनों हमारे देश के राजनेताओं की कार्यशैली व भाषा में भी एक बहुत बड़ा नया बदलाव नजर आ रहा है, कभी जनता के बीच में खड़े रहकर बात करने के लिए आतुर रहने वाले राजनेता आज जनता के बीच जाने से बच रहे हैं, आज वो जीवन की सुरक्षा की खातिर वर्चुअल जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं, आज वो लोगों से मिलने के लिए हाईटेक होकर डिजिटल मीडिया व विभिन्न प्रकार के सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं।
Deepak Kumar shrivas प्रबंध संपादक छत्तीसगढ़