
महाकुंभ में संस्कार भारती सरगुजा इकाई छत्तीसगढ़ ने विक्रांत वीरांगनाओं की अलख जगाई
महाकुंभ में संस्कार भारती सरगुजा इकाई छत्तीसगढ़ ने विक्रांत वीरांगनाओं की अलख जगाई
भारतीय राष्ट्रीय स्वाधीनता के शताब्दी के प्रथम पुरश्चरण में कला और साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती प्रयागराज महाकुंभ 22 जनवरी 2025 को भारत के निर्माण में योगदान देने वाली आदर्श महिला एवं वीरांगनाओं की शोभायात्रा निकाली गई। इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व संस्कार भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री अभिजीत गोखले ने किया।
इस शोभायात्रा में भारत के राष्ट्रीय सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक व आध्यात्मिक क्षेत्रों में अपने शौर्य, और जीवट का प्रदर्शन करने वाली तथा नारी शक्ति को पुनर्जागरण का संदेश देने वाली वीरांगना योगदात्रियों के दिव्य रुप देखने को मिले।
यह वर्ष महीमसी मीराबाई की 525 से और चंदेल कन्या महारानी दुर्गावती की 500 तथा लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती का वर्ष है। इन तीनों ने शोभायात्रा का नेतृत्व किया। क्रमशः रानी दुर्गावती, लोकमाता अहिल्याबाई होलकर, मीराबाई ,सावित्रीबाई फुले, महारानी लक्ष्मीबाई, रानी चेन्नम्मा, अवंती बाई, सुभद्रा कुमारी चौहान, नागालैंड की महारानी गाइदिनल्यू, सुचेता कृपलानी, सरोजिनी नायडू, रानी पद्मिनी, भगिनी निवेदिता, मीराबाई, महादेवी वर्मा, कल्पना चावला, गौरा देवी, तीलू रौतेली की वेशभूषा धारण किए वीरांगनाएँ थीं।
छत्तीसगढ़ से सूर्यकांता कश्यप, रायपुर -मिनीमाता, सीमा देवांगन, पाली -राज मोहिनी देवी,सुधा देवांगन,शुचि,रायगढ़-बिलासा बाई केंवटिन, अर्चना पाठक, अम्बिकापुर, सरगुजा-बस्तर की महारानी प्रफुल्ल कुमारी देवी,माधुरी -जायसवाल अंबिकापुर, डॉक्टर राधाबाई,शैल दुलारी सार्वा- डॉक्टर अनीता सेन की वेशभूषा में शोभा यात्रा में शामिल हुए। रायपुर प्रांत सह महामंत्री पुरुषोत्तम चन्द्राकर ,जागेश्वर सिंह मानसर कटघोरा प्रांत कोष प्रमुख, रंजीत सारथी अंबिकापुर ,प्रांतीय उपाध्यक्ष ,बालमुकुंद श्रीवास जिला महामंत्री बिलासपुर भी मंगल वेशभूषा में शोभायात्रा में शामिल हुए। पूरे देश के सभी प्रांतों से लगभग 200 दिव्य स्वरूपों की भव्य यात्रा शोभायात्रा निकालकर उन्हें श्रद्धादर समर्पित करते हुए वर्तमान पीढ़ियों को राष्ट्रीय सामाजिक और सांस्कृतिक नवजागरण का संदेश दिया ।इस झाँकी में भारत के प्रत्येक प्रांत से आए हुए कलाकार युवा शक्ति के जागरण में समाज के अभ्युदय और नए भारत के निर्माण के लिए संकल्पित संस्कार भारती के कार्यक्रम का अपनी अपनी क्षेत्रीय विभूतियों को सज्जित और योजित कर शोभायात्रा में शामिल हुए।
शोभा यात्रा प्रयागराज के संस्कार भारती महेश्वर परिसर सेक्टर 10 से प्रारंभ होकर वहीं घाट पर गंगा आरती से समाप्त हुआ। पूरी शोभायात्रा मंगल गीतों की गूंज से गुंजायमान रहा।
संस्कार भारती ने भारत को वीरांगनाओं का देश कहलाने में विशिष्ट भूमिका निभाई।