
भारत एक अमर राष्ट्र: आरएसएस प्रमुख
भारत एक अमर राष्ट्र: आरएसएस प्रमुख
नागपुर, 18 जुलाई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि भारत एक अद्वितीय नैतिकता वाला एक “अमर” (अमर) राष्ट्र है जो शांति लाता है और दुनिया के हर देश को एकजुट करता है।
भागवत यहां महाराष्ट्र के एक मंदिर में एक धार्मिक प्रवचन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
स्वामी विवेकानंद का हवाला देते हुए भागवत ने कहा कि प्रत्येक राष्ट्र का एक विशिष्ट उद्देश्य होता है।
“एक राष्ट्र उस उद्देश्य को पूरा करने के लिए पैदा होता है। राष्ट्र उभरता है और उस विशिष्ट उद्देश्य को पूरा करने के लिए समृद्ध होता है। यह फिर इतिहास बन जाता है और रोमन साम्राज्य की तरह सूख जाता है। लेकिन, हमारे देश का उद्देश्य ऐसा है कि यह अमर है। हमारे पास इसका सार है ‘ धर्मतत्व’ (नैतिकता) जो दुनिया में सभी के जीवन को संतुलित करता है, शांति लाता है और सभी को एकजुट करता है।”
संघ प्रमुख ने कहा कि भारत में अद्वितीय “धर्मत्व” है जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना लोगों, समूहों और प्रकृति को मानव विकास के साथ उचित रूप में रखता है।
उन्होंने कहा कि नैतिकता की यह भावना देखती है कि लोग अच्छे बनते हैं और वे रावण और हिटलर को जन्म नहीं देते हैं।