
ED पर कांग्रेस नेता का हमला: ‘मनी लॉन्ड्रिंग के 5906 में सिर्फ 23 केस साबित, एजेंडा सिर्फ डराना, तोड़ना और बदनाम करना’
गुरदीप सिंह सप्पल ने ED की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि एजेंसी अब कानून नहीं, बल्कि मोदी सरकार का एजेंडा चला रही है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
ED की कार्यशैली पर गुरदीप सिंह सप्पल का तंज: ‘भाषण मोदी का, नोटिस ED का’
📅 तारीख: 21 अप्रैल 2025✍️ रिपोर्टर: आशीष सिन्हा
नई दिल्ली। राज्यसभा के पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता गुरदीप सिंह सप्पल ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की निष्पक्षता और कार्यशैली पर बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि ED अपने कानूनी दायित्वों को छोड़कर मोदी सरकार के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगी है।
सप्पल ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा,
“ED के तीन काम थे – देश का पैसा चुरा कर भागने वालों को पकड़ना, विदेशी मुद्रा की गड़बड़ को रोकना और मनी लॉंडरिंग को रोकना। लेकिन भगोड़ा आज तक एक नहीं पकड़ा, विदेशी मुद्रा के सिर्फ 20% मामले निपटे और मनी लॉंडरिंग के 5906 में से केवल 23 मामले साबित हुए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि ED का इस्तेमाल अब केवल तीन कामों के लिए हो रहा है:
1. डराना, 2. दलबदल करवाना (Defection), और 3. बदनाम करना (Defame)।
सप्पल ने तंज कसते हुए लिखा,
“एजेंडा मोदी का है – इसलिए इधर से ED का नोटिस पहुंचता है, और उधर से मोदी का भाषण निकलता है!”
इस बयान से साफ है कि विपक्षी दल ED की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं, विशेषकर चुनावी माहौल में जब जांच एजेंसियों की सक्रियता बढ़ जाती है। हालांकि, सरकार और ED हमेशा यह दावा करते रहे हैं कि सभी कार्रवाइयाँ कानून के दायरे में होती हैं और किसी भी एजेंसी को राजनीतिक मकसद से इस्तेमाल नहीं किया जाता।