गोपाल सिंह विद्रोही /प्रदेश खबर /प्रमुख/केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक सेवा व तमाम वरिष्ठ अधिकारियों का आमजनता के साथ इस तरह आचरण के लिए राज्य के मुख्यमंत्री को कसूरवार ठहराया, तथा आरोप लगाया कि अधिकारी मुख्यमंत्री सरकार के संरक्षण में इस तरह के कृत्य को अंजाम दे रहे हैं। श्रीमती सिंह ने कहा कि सूरजपुर की घटना के वीडियो में युवक अपने परिवार के सदस्यों के बीमारी का हवाला देते हुए दवा खरीदने जाने की बात को कलेक्टर को बता रहा हैं। इसके बावजूद कलेक्टर द्वारा न सिर्फ स्वयं युवक को पीटा बल्कि उसके मोबाइल फोन को छीन कर तोड़ दिया गया तथा आसपास खड़े पुलिस को पीटने के लिए भी कहा गया, जो किसी भी सभ्य व्यक्ति का आचरण प्रतीत नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर व उसके मातहत अधिकारियों द्वारा सूरजपुर शहर में कई अन्य लोगों सहित एक नाबालिग लड़के से भी मारपीट की गई, तथा टीकाकरण कराने गई युवतियों से भी दुर्व्यवहार किया गया। श्रीमती सिंह ने राज्य सरकार द्वारा सूरजपुर कलेक्टर को हटाने को मात्र प्रशासनिक कार्यवाही बताया तथा, पीड़ित युवक के साथ अधूरा न्याय बताते हुए आरोप लगाया कि किसी भी युवक के साथ सरेआम इस तरह की मारपीट की गंभीर घटना के बाद सिर्फ स्थानांतरण करना पर्याप्त नही है। राज्य सरकार को ऐसे
कलेक्टर पर मारपीट को लेकर विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर पीड़ित को न्याय दिलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीड़ित का परिवार कोविड संक्रमित है, तथा उसके परिवार के सदस्यों का ईलाज भी चल रहा है। मै स्वयं जल्द ही युवक के परिवार से मिलूंगी तथा हरसंभव मदद किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राजेश गुप्ता के पुत्र साहिल गुप्ता उम्र 13 वर्ष नगर सूरजपुर वार्ड नम्बर 7 में कल मारपीट की घटना कलेक्टर सूरजपुर द्वारा किया को लेकर इनके घर मे जाकर केंद्रीय मंत्री ने बच्चे को सांत्वना दी
