
अम्बिकापुर नगर निगम बनने के बाद जानलेवा विकास कार्य से आप अवगत है। नही तो देखे यह खबर
छत्तीसगढ के नगर पालिकनिगम अम्बिकापुर 2003-4 में बनने के बाद के कुछ ऐसी खबरे आप के सामने रख रहा है जिससे शायद आप अवगत नही होगे आईये जानते ऐसे कई उदारण है जिसकी खबर हम भविष्य में आपको देगें।
अम्बिकापुर नगर निगम 2003-4 के निर्माण के बाद भारतीय जनता पार्टीे के द्वारा विभिन्न निर्माण कार्य कराया। जिसका असर आज भी दिखता हैं। कुछ कार्य ऐसे भी है जो नही दिखता जिसकेे कारण आज भी कई घर-परिवार परेशान है ऐसी ही कुछ खबरे आज हम आपके सामने पेश कर रहे है। उन लोगो के बारे में बतायेगे जिसके कारण कितने घर-परिवार बरबाद हो गये। ऐसे ही बने रहे …….
1998 से संविदा पर कार्य कर रहे कर्मचारियों का हो रहा शोषण:-
अम्बिकापुर नगरपालिका निगम बनने के बाद विभिन्न विकास कार्य कराया गया जिसका असर आज तक नजर आ रहा हैं सबसे पहले बात करते है कर्मचारीयों को लेकर तो हम बता दें की 1998 से संविदा पर कार्य कर रहे कर्मचारी आज भी संविदा पर ही कार्य कर रहे उनके लिए आज तक किसी राजनिति पार्टी ने विचार नही किया क्यों उनका कोई अधिकार नही बनता उनके योगता के अनुसार उनका नियमितिकरण करना था फिर किसी भी राजनितिक पार्टी ने उनके बार में विचार क्यो ंनही किया बल्कि भारतीय जनता पार्टी के सरकार के द्वारा उनके अपने परिवार के लोगों का ही नियमितिकरण किया गया वह भी एक परिवार के तीन तीन लोगो का ऐसा क्यो। ऐसे कई उदाहरण है। जिसकी चर्चा हम भविष्य में आप से करेगें।
शहर के चौक-चौराहे के सडको और नाली की स्थिति जानलेवा:-
इसके बाद बात करते है निर्माण कार्य का नगरनिगम बनने के बाद विभिन्न निर्माण कार्य कराया गया जिसकी कोई गिनती नही है इसके साथ आपको यह भी बता दू की अम्बिकापुर नगर निगम के अन्दर बनने सभी सडक और नाली नाला का निर्माण कार्य हुआ पर आज तक उस निर्माण कार्य से जनता आज तक सन्तुष्ठ नही हो पाई उसकी वजह यह की आज भी सडको और नाली की स्थिति जानलेवा है जिसके कारण आज तक कितने सडक दूरघटना हुई है जिससे आज तक न जाने कितने जीव जन्तु और इंसान का मौत हो चूकी है। अम्बिकापुर के सभी चौक चौराहो पर ऐसी सडक और नाला नाली आपको देखने को मिलेगी। ऐसे कई उदाहरण है। जिसकी चर्चा हम भविष्य में आप से करेगें।
अधिकारी और ठेकेदार मिलकर कर रहे शोषण:-
नगर निगम अम्बिकापुर के अधिकारी और ठेकेदार मिलकर कर रहे शोषण आप को बता दें की नगर निगम के लगभग सभी कार्य ठेका से ही कराया जाता हैं और यह ठेके की अवधि 01 वर्ष की होती है परन्तु नगर निगम अम्बिकापुर की बात करें तो ठेके हेतु हर वर्ष निविदा निकाला जाता हैं। परन्तुु ठेकेदार और अधिकारी वही होते हैं यह कैसा नगर निगम है जिसमें कई वर्षो से एक काम के लिए एक ही अधिाकरी और एक ही ठेकेदार काम लगतार कई वर्षो से कर रहें। ऐसे कई उदाहरण है। जिसकी चर्चा हम भविष्य में आप से करेगें।
अधिकारी ठेकेदार एवं जनप्रतिनिधि कर रहे प्लेसमेंट कर्मचारियों का शोषण:-
अधिकारियों की बात करंे तो नगरनिगम के द्वारा प्लेसमेंट के माध्यम से कर्मचारियों का प्लेसमेंट के माध्यम से मजदूर के पद पर पढे लिखे लडकों को काम पर रख कर उन्हे अपना गुलाम बनाकर उनसे मनमाना काम कराकर उनका तथा उनके योग्यता का शोषण किया जा रहा है। कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि ऐसे भी है जो की उन प्लेसमेंट कर्मचारियों से अपने घर का भी काम कराते है। कई ऐसे अधिकारी भी जिन्होने कर्मचारियों से उनके नियमितिकरण का लेकर 10 वर्ष से अधिक समय से रिसवत ले रखा है। ऐसे कई उदाहरण है। जिसकी चर्चा हम भविष्य में आप से करेगें।
अधिकारी और जनप्रतिनिधि नगर निगम के सम्पत्ति से लाखें का चूना लगा रहे:-
नगर निगम अधिकारी और जनप्रतिनिधि के द्वारा नगर निगम के सम्पत्ति को अपने निजि उपयोग में लिया जाता है विभिन्न नगर निगम के सम्पत्ति के अलवा डीजल-पेट्रोल के साथ कई ऐसी चीजों का उपयोग कर नगर निगम के लाखें का चूना लगा रहे है।
अम्बिकापुर निगर निगम के कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि ऐसे है जो की नगर निगम के द्वारा निर्माण किये गये दुकानों भवन का आबंटन ऐसा करते हैं जिसमें आधा से अधिक दुकानों भवन उनके किसी परिवार के सदस्यों के नाम पर है । जो आबंटन आम नागरिक को किया गया है तो उससे मोटी रकम ली जाती हैं ऐसे कई उदाहरण है। जिसकी चर्चा हम भविष्य में आप से करेगें।
ऐसी बहुत से खबरे है जिसे हम आपके सामने रखते हैं। ऐसे अधिकारी और जनप्रतिनिधि से सर्तक रहे। ऐसी कोई भी खबर है जिससे लगता हैं की आपका अधिकार का गलत उपयोग हो रहा है तो हमे बतायें।