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यातायात नियमों की अवहेलना पर पुलिसकर्मी का ई-चालान: बिलासपुर पुलिस की निष्पक्ष कार्रवाई

यातायात नियमों की अवहेलना पर पुलिसकर्मी का ई-चालान: बिलासपुर पुलिस की निष्पक्ष कार्रवाई

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बिलासपुर। यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए बिलासपुर पुलिस द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में, शहर में तीन सवारी वाहन चलाते पाए गए पुलिसकर्मियों पर भी ई-चालान की कार्रवाई की गई। यह कदम आम नागरिकों के साथ-साथ सरकारी एवं निजी संस्थानों के कर्मचारियों को भी यातायात नियमों के प्रति सचेत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

बिलासपुर पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार, यातायात नियमों के उल्लंघन पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत, एक घटना में वीआईपी ड्यूटी के लिए आए अन्य जिले के पुलिसकर्मियों को ट्रिपल सवारी करते हुए पाया गया। इस पर यातायात पुलिस ने आई.टी.एम.एस. (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के माध्यम से तत्काल ही 500 रुपये का ई-चालान जारी कर दिया।

यह मामला 28 फरवरी 2025 का है, जब सोशल मीडिया पर एक फोटो और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पुलिस की वर्दी पहने जवान एक दोपहिया वाहन पर तीन सवारी करते दिखे। इस वीडियो के सामने आने के बाद यातायात विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे थे। हालाँकि, बिलासपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस पर निष्पक्ष कार्रवाई की और यह संदेश दिया कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया जाएगा।

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यातायात नियमों का पालन केवल आम नागरिकों के लिए ही नहीं, बल्कि सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी संस्थानों के कर्मचारियों के लिए भी अनिवार्य है। पहले भी विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों पर मोटरयान अधिनियम के तहत चालान की कार्रवाई की गई है। यदि भविष्य में भी कोई सरकारी या गैर-सरकारी कर्मचारी नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।

यातायात विभाग ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार के बाहरी दबाव या विभागीय संबंधों को ध्यान में रखे बिना, पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्यवाही की जाएगी। यह कार्रवाई केवल आम जनता को अनुशासित करने के लिए नहीं, बल्कि सरकारी तंत्र को भी जवाबदेह बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।

बिलासपुर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा को प्राथमिकता दें। वाहन चलाते समय हेलमेट, सीट बेल्ट और गति सीमा का विशेष ध्यान रखें। साथ ही, सिग्नल और अन्य यातायात निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें।

अक्सर देखा जाता है कि कई लोग जल्दबाजी या लापरवाही के कारण नियमों का उल्लंघन करते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में पुलिस प्रशासन लगातार सख्ती बरत रहा है ताकि सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके।

यातायात नियमों को लेकर पुलिस विभाग पूरी तरह सतर्क है। हाल के वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने नियमों को कड़ाई से लागू करने का निर्णय लिया है। यह केवल दंडात्मक कार्रवाई के लिए नहीं, बल्कि लोगों में जागरूकता लाने और सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए किया जा रहा है।

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विशेष रूप से, आई.टी.एम.एस. प्रणाली के माध्यम से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रिकॉर्ड किया जाता है और तुरंत कार्रवाई की जाती है। यह प्रणाली स्वचालित रूप से ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने, ओवरस्पीडिंग, गलत दिशा में वाहन चलाने, हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनने जैसे मामलों पर नजर रखती है।

यातायात नियमों के उल्लंघन पर संभावित दंड

मोटरयान अधिनियम के तहत, यातायात नियमों के उल्लंघन पर विभिन्न प्रकार के दंड निर्धारित किए गए हैं:

ट्रिपल राइडिंग (तीन सवारी): 500 रुपये का चालान।

बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाना: 1000 रुपये का चालान।

बिना सीट बेल्ट कार चलाना: 1000 रुपये का चालान।

ओवरस्पीडिंग: 2000 रुपये तक का जुर्माना।

रेड सिग्नल तोड़ना: 5000 रुपये तक का चालान।

मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए वाहन चलाना: 5000 रुपये तक का दंड।

बिलासपुर पुलिस प्रशासन यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न अभियान भी चला रहा है। विभिन्न चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर, बैनर और डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा, स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में भी सड़क सुरक्षा संबंधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

यातायात पुलिस का मानना है कि केवल चालान काटने से यातायात की स्थिति में सुधार नहीं होगा, बल्कि लोगों को स्वयं यातायात नियमों की गंभीरता को समझना होगा। सड़क पर जिम्मेदारी से वाहन चलाना केवल एक कानूनी बाध्यता नहीं, बल्कि नैतिक कर्तव्य भी है।

भारत में सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण यातायात नियमों की अवहेलना है। आंकड़ों के अनुसार, हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल होते हैं और हजारों की जान चली जाती है। इनमें से अधिकांश दुर्घटनाएँ लापरवाही से वाहन चलाने, ओवरस्पीडिंग, नशे की हालत में ड्राइविंग और हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनने के कारण होती हैं।

यातायात नियमों का पालन न केवल कानूनी कार्रवाई से बचाने में मदद करता है, बल्कि यह वाहन चालक, सवारियों और राहगीरों की सुरक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि हर व्यक्ति यातायात नियमों का ईमानदारी से पालन करे, तो सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में काफी कमी लाई जा सकती है।

बिलासपुर पुलिस द्वारा किए गए इस ई-चालान की कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि यातायात नियमों का पालन सभी के लिए अनिवार्य है, चाहे वह आम नागरिक हों या सरकारी कर्मचारी। किसी के साथ कोई विशेष रियायत नहीं दी जाएगी और सभी के लिए समान नियम लागू किए जाएंगे।

इस प्रकार की निष्पक्ष कार्रवाई से न केवल कानून व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि नागरिकों में भी यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। पुलिस प्रशासन की इस पहल से यह संदेश जाता है कि सड़क सुरक्षा को लेकर कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा और हर व्यक्ति को नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।

Ashish Sinha

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