
रेलवे की मनमानियों के खिलाफ अपने 4 दिन के आंदोलन का आगाज
जनता की रोक दी रेल, अदानी के लिये ऑल इज वेल- इस नारे के साथ छत्तीसगढ कांग्रेस कमेटी ने रेलवे की मनमानियों के खिलाफ अपने 4 दिन के आंदोलन का आगाज किया है। इस सिलसिले में पूरे प्रदेश भर में जिला कांग्रेस कमेटी मंे प्रभारियों ने आज 9 सितंबर को प्रेसवार्ता कर इस आंदोलन के रुपरेखा की घोषणा की है। इस परिपेक्ष्य में सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय, राजीव भवन में आज पी0सी0सी0 महासचिव द्वितेन्द्र मिश्रा ने प्रेसवार्ता कर आन्दोलन की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पिछले 3 वर्षो में प्रदेश से गुजरने वाली ट्रेनो को 67382 बार रद्द किया गया है। इसका खामियाजा प्रदेश के रेल यात्रियों को उठाना पड रहा है। यकायक रद्द होने वाली ट्रेनो के कारण महीनो पहले रिजर्वेशन करा कर यात्रा की योजना बनाने वाले यात्रियों को तकलीफो का सामना करना पड रहा है। एक ओर रेलवे मेंटेनेंस के नाम पर सवारी ट्रेनो का रद्द कर रही है वहीं कथित मेंटेनेस के दौरान मालगाडी धडल्ले से पटरियों पर दौड रहे हैं। ऐसे में रेलवे की मंशा पर सवाल उठता है, कि वो जानबूझकर छत्तीसगढ के रेल यात्रियों को परेशार कर रही है। त्यौहारी सीजन, शादी-ब्याह के दौरान, परीक्षाओं के दौरान ट्रेने कई-कई दिनो के लिये रद्द की जा रही हैं। उन्होंने मोदी सरकार की मंशा को कटघरे में खडा करते हुए कहा कि मोदी सरकार रेलवे में यात्री सुविधाओं को समाप्त कर, मालवाहक बना और इसे जानबूझकर घाटे में लाकर निजि हाथों में सौंपने का रास्ता तैयार कर रही है। उन्होंने प्रदेश से निर्वाचित 9 भाजपा सांसदो पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक ओर प्रदेश रेल यात्री त्राही-त्राही हो रहे हैं, वहीं भाजपा के प्रदेशध्यक्ष जो स्वयं सांसद हैं सहित शेष सांसदों के मुॅंह में दही जमा है। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे सांसदों का क्या काम जो अपनी ही सरकार तक प्रदेशवासियों की पीडा नहीं पहॅुंचा पायें। प्रेसवार्ता के दौरान ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष श्री हेमंत सिन्हा, सैयद अख्तर हुसैन, अशफाक अलि, अनूप मेहता, आशीष वर्मा, नरेन्द्र विश्वकर्मा पंकज शुक्ला, अमित सिंह भी मौजूद थे।
वृहद आंदोलन की तैयारी
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश पर रेलवे की भर्राशाही के विरुद्व व्यापक संघर्ष की तैयारी की है। आन्दोलन तीन चरणों में होगा। 9 सितंबर को प्रेसवार्ता के माध्यम से पार्टी आम जनता को संदेश देगी। आदोंलन की जागरुकता 10, 11, 12 सितंबर को तीन दिनों तक पम्पलेट-पोस्टर का वितरण होगा और चस्पा किया जायेगा। 13 सितंबर को प्रदेश के समस्त रेलवे स्टेशनों पर रेल रोको कार्यक्रम रखा गया है। जिन स्थानों पर रेलवे स्टेशन नहीं हैं वहां पर जिला व स्थानीय प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जायेगा।
3 वर्ष में 67382 यात्री गाडी रद्द हुई
बिलासपुर जोन कार्यालय से आर0टी0आई0 के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार 2020 से अबतक प्रदेश में परिचालित 67382 यात्री गाडियों को रद्द किया गया है। वर्ष 2020 में 32757 गाडियां, 2021 में 32151 गाडियां, 2022 में 2474 गाडियां एवं 2023 में अप्रैल तक 208 ट्रेन रद्द की गई। अभी राखी के त्यौहार के दौरान 22 ट्रेन निरस्त हुई हैं। विगत वर्ष भी गणेश पूजा-तीज के दौरान 58 ट्रेन निरस्त की गई थी। विगत वर्ष
दीवाली के दौरान 24 ट्रेन निरस्त हुई थी। 18 अगस्त 2022 को तो एक साथ 62 गाडियों को रद्द कर दिया गया था।
देश की आमजनता से वसूली का मध्यम बना ट्रेन
मोदी सरकार के आने के पहले भारतीय रेलवे देश की आम जनता के सस्ता, सुलभ और विश्वसनीय परिवहन साधन हुआ करता था। लेकिन इस सरकार के आते ही उसने पहले तो रेल बजट का समाप्त किया और उसके बाद धीरे-धीरे आमजन के जेब पर डकैती डालने लगी। बुजुर्गो, विद्यार्थियों को मिलने वाली रियायतों को समाप्त किया गया। प्लेटफार्म टिकट जो 3रु0 का हुआ करता था आज 20रु0 का है। विमान टिकट रिजर्वेशन की फ्लैक्सी प्रक्रिया लाकर टिकटों के दामों में मनमानी लूट-खसोट की जा रही है। कोविड काल बीतने के बाद भी स्पेशल ट्रेन के नाम पर यात्रियों से बढा हुआ किराया वसूली किया जा रहा है।