
जन्म के चंद्र घंटे के बाद बच्चे ने ऑक्सीजन की कमी के कारण तोड़ा दम
टीका लगने के बाद बच्चे की हुई तबीयत खराब, अंबिकापुर रेफर करने के बाद घंटे तक इंतजार करते रहे परिजन एम्बुलेंस
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में स्वस्थ रूप में बच्चा का हुआ था जन्म स्वास्थ्य कर्मी के लापरवाही के कारण बच्चे ने चंद्र घंटे में ही दम तोड़ दिया
बतौली / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में प्रासव वार्ड पर ग्राम पंचायत कुदकेल के ननका सिंह की पत्नी स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया 1:30 चेकअप उपरांत बच्चों को टीका लगाया गया टीका लगने के पश्चात बच्चों की तबीयत अत्यंत खराब हो गई परिजनों ने डॉक्टर से अनुरोध किया कि बच्चे का चेकअप जाकर वार्ड में कर लीजिए परंतु डॉक्टर ने कहा कि यहीं पर बच्चा को लाया जाए बच्चा को परिजनों के द्वारा डॉक्टर के समक्ष ले जाया गयाडॉक्टर के द्वारा बच्चा का चेकअप किया गया तथा संध्या 6:00 बजे डॉक्टर ने कहा कि बच्चे की तबीयत अत्यंत खराब है आप सीख रहे इस अंबिकापुर ले जाए,वही अंबिकापुर ले जाने के लिए परिजनों ने एंबुलेंस का घंटे तक इंतजार किया एंबुलेंस ना मिलने की स्थिति में परिजनों ने निजी वाहन में बच्चों को अंबिकापुर ले जा रहे थे परिजनों के द्वारा बच्चों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर एवं मास्क की मांग की परंतु वहां पर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कहा कि हम ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं दे सकते ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चों ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दियावहीं इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारी यदि समय रहते अपने पद की जिम्मेदारियां को समझते तो आज वह बच्चा जीवित रहता है। राज्य सरकार के द्वारा लाख दावे किए जाते हो ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सुविधा एवं स्वास्थ्य स्तर सुधारने का परंतु विभागीय अधिकारी जो लापरवाह किस्म के लोग हैं उनके द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था का जो असली स्वरूप है वह आ ही जाता है।