
छत्तीसगढ़ छुरा हॉस्पिटल नवजात शिशु की मौत, मामले में विधायक ध्रुव मिले स्वास्थ्य मंत्री से
छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल में लापरवाही से नवजात शिशु की मौत!
छत्तीसगढ़ छुरा हॉस्पिटल नवजात शिशु की मौत, मामले में विधायक ध्रुव मिले स्वास्थ्य मंत्री से
गरियाबंद// छुरा// जिला गरियाबंद के ब्लॉक मुख्यालय छुरा में एक बार फिर एक सनसनीखेज खबर सामने आई है. छुरा ब्लॉक, जो आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कहलाता है, एक बार फिर से चर्चा में आया है। छुरा में स्थित छत्तीसगढ़ का एक निजी हॉस्पिटल, श्री संकल्प हॉस्पिटल, में लापरवाही का मामला सामने आया है। गर्भवती महिला मरीज निराबाई कमार का पति राम सिंग कमार, जो फिलहाल छुरा में रहते हैं, छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल में छुरा इलाज के लिए पहुंचे। वहां गर्भवती महिला को इलाज किया गया, उसे बॉटल और इंजेक्शन लगाए गए, और बच्चा और जच्चा ठीक रहे। पीड़िता फिर अपने घर चली गई। गर्भवती महिला को लगभग 12 बजे उसी रात अचानक पेट में दर्द होने लगा। वह रात को छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल मोटरसाइकिल से लाया गया था। जहाँ जांच में पता चला कि बच्चे की मौत पेट में हुई। फिर कुछ घंटे बाद सामान्य डिलवरी हुई। जिसमें नवजात बच्ची मर गई। घरवालों ने हॉस्पिटल प्रबंधक पर आरोप लगाया कि वह गर्भवती महिला को सरकारी अस्पताल में अतिरिक्त उपचार के लिए ले गया। नवजात शिशु को थाना छुरा से मर्ग बनाकर पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था। इसके बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
पीड़िता का भाई उगेश कमार ने मीडिया के सामने न्याय की मांग की है और सरकार से न्याय की मांग की है। अब देखना होगा कि खबर सुनने के बाद सरकार क्या करती है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले उनके परिवार को क्या न्याय मिलता है? को लेकर छत्तीसगढ़ छुरा हॉस्पिटल नवजात शिशु की मौतए मामले में विधायक ध्रुव मिले स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख उचित कार्यवाही की मांग किया गया है।
घटना की रात में इलाज के दौरान कौन कौन से डॉक्टर उपस्थित थे, क्या छत्तीसगढ़ अस्पताल छुरा में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं शिशु रोग विशेषज्ञ उपस्थित थे,हॉस्पिटल प्रबंधक की जवाबदारी थी कि जब आपके हॉस्पिटल में सोनोग्राफी सुविधा है.कि ये भी सोनोग्राफी रिपोर्ट देने से इंकार क्यों किया गया,अगर मामला इतना सीरियस था तो रिस्क क्यों लिया गया. इलाज के लिए किसी अच्छे हॉस्पिटल रीफर क्यों नही किया गया,रात के समय ICU क़ी जवाबदारी किस डॉक्टर की थी,अस्पताल संचालक इस मामले को लेकेर मीडिया कर्मी अस्पताल संचालक से जानकारी लेकर बाइट लेने पहुचे तो बाइट देने से इंकार कर दिया गया,छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल डाक्टर, वही इस मामले को लेकर वहां के उपस्थित डॉक्टर से जानकारी लेने पहुंचे तो डॉक्टर ने कहा कि मैं उपस्थित नहीं था, बाद में आया इस मामले के बारे में पूरी जानकारी नहीं बता पाऊंगा.