
आरा चमातु मगध संघमित्रा में सीसीएल की मनमानी नहीं चलेगी: जिला परिषद अध्यक्ष।
आरा चमातु मगध संघमित्रा में सीसीएल की मनमानी नहीं चलेगी: जिला परिषद अध्यक्ष।
आज लातेहार जिला परिषद सदस्यों की टीम ने एशिया के सबसे बड़े कोयल खदान आरा चमातू का औचक निरीक्षण करते हुए। जिसमें ग्रामीणों के द्वारा बहुत सारे समस्याएं सुनने को मिला ग्रामीणों के समस्या सुनने के बाद मगध संघमित्रा के जीएम से मिलकर हर समस्या को समाधान करने के लिए कहा गया।
1. गणेशपुर पंचायत के आरा ग्राम में मगध में नियम को ताक में रख के सीसीएल के द्वारा हेवी माइनिंग एवम ट्रांसपोटिंग करने के कारण कोयला का उड़ते धूल कण के कारण आस पास के ग्रामीणों एवम ग्रामों में बहुत सारी स्वस्थ की समस्या शुरू हो गए।धूल कण से ग्रामीणों को बहुत सारी खतरनाक बीमारी से ग्रसित हो रहे है । सीसीएल प्रबंधन से मांग है कि ट्रांसपोर्टिंग में उपयोग वाहन को त्रिपाल से ढक कर रखे ताकि धूल कण काम उड़े।
2. माइनिंग करने के वजह से हजारों पेड़ पौधे बड़े बड़े वृक्ष की कटाई के कारण वातावरण की हालत खराब होती जा रही है । कॉलवारी सुरु होने के बाद से सीसीएल के द्वारा आज तक पौधारोपण का कार्य नहीं किया जिस से वातावरण का संतुलन बना रहे।
3. मगध कॉल ब्लॉक एशिया का सबसे बड़ा कोल प्रोजेक्ट होने से सरकार को करोड़ों अरबों का राजस्व प्राप्त हो रहा लेकिन सीसीएल के सीएसआर फंड के माध्यम से विकाश का एक भी कार्य नहीं हो रहा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ , पानी ,रोड इत्यादि एक भी सुविधा माइनिंग एरिया के आस पास छेत्र में आज तक एक भी मुहैया नहीं कराई गए है।
4. सीसीएल के द्वारा किए जा रहे मनमानी की के वजह से pवजह से क्षेत्र पूरा दोहन के वजह से नरकीय स्तिथि में जीवन गुजर करने को मजबूर हो गए है।
5. सीसीएल के द्वारा स्थानीय नीति के अनुसार 75% रोजगार क्षेत्र के लोगों ग्रामीणों को देने का है मगर सीसीएल के मनमानी के चलते 10 परसेंट का रोजगार भी लोकल लोगों को मुहैया नहीं कराई जा रही है सुशील अपनी मनमानी करते हुए बाहरी लोगों को प्राथमिकता दे रही है।
6. सीसीएल द्वारा विस्थापित लोगों को दिए गए आश्वासन के अनुरूप रोजगार विस्थापित नियोजन नीति के अनुसार उन को विस्थापित कर दूसरे सुरक्षित स्थान पर आवास पानी एवम अन्य सुविधा मुहैया कराने एवं तय की गई मुआवजे की राशि का भुगतान करने में असफल हो रही है अभी तक किसी भी विस्थापितों को उनका हक नहीं मिल पाया है जिस वजह से उनका जीवन गुजर मरने के कगार पर आ गई है।
7. सीएसआर के द्वारा शिक्षा के लिए एक भी विद्यालय और महाविद्यालय का निर्माण नहीं किया गया है।
8. स्वास्थ्य के लिए ना तो कोई हॉस्पिटल की व्यवस्था है ना ही कोई डॉक्टर की व्यवस्था है ग्रामीण कोयले के धूल कण के कारण अस्वस्थ और गंभीर बीमारी से ग्रसित होते जा रहे हैं।
9. नियम के विरुद्ध कोयले का6 ढुलाई ग्रामीण सड़क से भारी वाहन द्वारा 24 घंटे लगातार ट्रांसपोर्ट का कार्य किया जा रहा है।जिसके कारण ग्राम के कई लोगों की घटना दुर्घटना में मृत्यु भी हो चुकी है और लोगों में डर का माहौल बना हुआ।
10. भारी वाहन के द्वारा कोयले का ट्रांसपोर्टिंग के चलते पूरे ग्राम में कोयले के धूल कण उड़ने से वातावरण दूषित हो गया है और ग्रामीण बच्चे महिलाए स्वास्थ संबंधित गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो गए।
11. वहां के लोकल विस्थापितों को सरकार के अधिनियम के अनुसार 75 परसेंट स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करना है परंतु रोजगार मांगने पर जेल भेजने की धमकी दिया जाता है
12. अधिक गहराई तक माइनिंग और ब्लास्टिंग करने के कारण क्षेत्र का जल स्तर अत्यधिक नीचे चला गया है और तालाब चापाकल कुआं में पानी पूरी तरह सूख चुका है सीसीएल द्वारा पीने का पानी की मांग करने के बाद सिर्फ जूठा वादा मिलता हैं ,और पानी के अभाव में जब सीसीएल का विरोध करते हैं तो पुलिस केस कर जेल भेज दिया जाता है।
13. सीएल सीसीएल और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से भ्रष्टाचार एवं लूटमार का ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर वहां के भूरिया तो एवं क्षेत्रीय प्रतिनिधियों को डराने एवं धमकी के साथ जेल भेजने भेजने का कार्य किया जाता है।
14. बीते 70 से 80 वर्षों से बंदोबस्ती जमीन जिसका जमीन रसीद 2012 से 2013 तक का निर्यात है उसका मालिकाना हक नहीं मिलने का लाभ उठाते हुए सीसीएल प्रबंधन कुछ भ्रष्ट लोगो से मिलकर उन लोगों के जमीन को अपना बताते हुए उनके घर को जबरन पुलिस के सहयोग से तोड़ने का कार्य कर रहे हैं विरोध करने पर पुलिस पकड़ कर बिना कारण जेल भेजने का कार्य किया जा रहा है।
15. प्रावधान के अनुसार 2 एकड़ जमीन के बदले नौकरी और मुआवजा का नियम है। सीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी नौकरी तो दे देते हैं मगर बहुत सारी शर्तों पर और मुआवजा मांग करने पर टालमटोल की बात करते हैं
16. सीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी की मिलीभगत माइनिंग एरिया में आने वाले बड़े बड़े वृक्ष पेड़ को बिना सूचना एवं NOC रात के अंधेरे में काट कर हजारों हजार पेड़ो को मिट्टी के ढेर गड्ढे में ढक दिया जाता है।
17. आज से 15 वर्ष पूर्व ₹9000 प्रति डिसमिल मुआवजा का जो प्रावधान था वही पुरानी मुआवजा राशि आज के तारीख में सीसीएल द्वारा भू रैयतो को दी जा रही है सरकार से इसकी राशि को बढ़ाने कि हम लोग ग्रामीण मांग करते हैं।
इस मामले की जानकारी मिलते ही जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी जिला परिषद सदस्य कन्हाई सिंह जिला परिषद सदस्य प्रियंका कुमारी जिला परिषद सदस्य विनोद राम जिला परिषद सदस्य सरोज देवी बालूमाथ भाजपा मंडल अध्यक्ष लक्ष्मण कुशवाहा मुखिया परमेश्वर उरांव पीड़ित ग्रामीणों के साथ मिल कर घटना स्थल पर पहुंच लोगो की समस्या से अवगत हो सीसीएल की मनमानी करने पर रोष दिखते हुए जल्द से जल्द व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग किया। जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी ने कहा की क्षेत्र के आसपास के लोगों का दहसत में रात गुजारने को मजबूर है, एक तरफ सीसीएल प्रबंधन को सूचित करने के बाद भी कान में जू तक नहीं रेंग रहा और पब्लिक दशसात के माहौल में जी रहे।सीसीसीएल की मनमानी के वजह से यहां के लोगो में आक्रोश का मौहल्ल है। और सीसीएल प्रबंधन के मनमानी के के खिलाफ इस मामले को प्रदेश से लेकर केंद्रीय कोयला मंत्री तक इस बात को पहुंचा मामले की जानकारी देंगे।
मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी बालूमाथ पूर्वी जिला परिषद सदस्या प्रियंका कुमारी बरवाडीह पूर्वी जिला परिषद सदस्य कन्हाई सिंह चंदवा पश्चिमी जिला परिषद सदस्या सरोज देवी सरजू जिला परिषद सदस्य बुद्धेश्वर उरांव लातेहार पूर्वी जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव हेरहंज परिषद सदस्य चंचला देवी बरियातू जिला परिषद सदस्य रमेश राम मनिका पूर्वी जिला परिषद संपतिया देवी मनिका पश्चिमी जिला परिषद बलवंत सिंह बरवाडी पश्चिमी जिला परिषद सदस्या संतोषी शेखर भाजपा मंडल अध्यक्ष लक्ष्मण कुशवाहा मुखिया परमेश्वर उरांव तुलसी साव महेंद्र साव जितेंद्र साव रवि प्रकाश प्रदुमन यादव आदित्य साव भोला राणा जलेश्वर साव शिवनरण यादव अनिरुद्ध साव मंजू देवी अंजू देवी गीता देवी आशा देवी गायत्री देवी उर्मिला देवी रूमानी देवी समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।