
एनएसएस विशेष शिविर का समापन: युवाओं ने दिया समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश
एनएसएस विशेष शिविर का समापन: युवाओं ने दिया समाज सेवा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश
राजनांदगांव, 05 मार्च 2025। पंडित किशोरी लाल शुक्ला उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, पेण्ड्री, राजनांदगांव द्वारा ग्राम बरगा में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) विशेष शिविर का समापन पौधरोपण सह विशेष संवाद के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. उमेश देशमुख मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षिका पूजा सिन्हा ने की। समापन समारोह में ग्राम सरपंच विनोद कुमार कंवर, श्री जागेश्वर और प्रधानपाठक प्रदुमन कुमार साहू भी शामिल हुए।
अधिष्ठाता डॉ. उमेश देशमुख ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार के शिविर न केवल सेवा और नेतृत्व कौशल विकसित करने में सहायक होते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए कहा कि युवा शक्ति के माध्यम से सामाजिक सुधार और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मेधा शाहा ने कहा कि शिविर में भाग लेने वाले 101 स्वयंसेवकों ने अनुशासन, सेवा भावना और सामाजिक चेतना को आत्मसात किया। उन्होंने स्वयंसेवकों से अपेक्षा जताई कि वे इस शिविर में अर्जित अनुभवों का लाभ अपने परिवार, समाज और राष्ट्र को देंगे।
शिविर के अंतिम दिन स्वयंसेवकों ने ग्रामवासियों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए। उन्होंने ग्रामीणों को पौधरोपण के महत्व, जल संरक्षण और जैव विविधता के संरक्षण पर जागरूक किया। स्वयंसेवकों ने बताया कि वृक्षारोपण से न केवल पर्यावरण का संतुलन बना रहता है, बल्कि यह जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी है।
शिविर के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और ग्रामीण विकास के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की गई। स्वयंसेवकों ने अपने अनुभव साझा किए और गांव के विकास में युवाओं की भागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास में युवाओं की सक्रिय भूमिका से ही स्थायी परिवर्तन लाया जा सकता है।
ग्राम बरगा के सरपंच श्री विनोद कुमार कंवर, सभापति श्री जागेश्वर और प्रधानपाठक श्री प्रदुमन कुमार साहू ने इस विशेष शिविर के आयोजन के लिए कार्यक्रम अधिकारी और स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर गांव के युवाओं और बच्चों के लिए प्रेरणादायक होते हैं।
शिविर के समापन समारोह में स्वयंसेवकों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसमें लोक नृत्य, नाटक और गीत शामिल थे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से सामाजिक संदेश दिए गए और ग्रामीणों का भरपूर मनोरंजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेविका कलश वर्मा ने किया। शिविर के सफल समापन पर सभी ने एक साथ मिलकर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। इस शिविर ने न केवल युवाओं को समाज सेवा के प्रति प्रेरित किया, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य भी किया।










