ताजा ख़बरेंदेशब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिराज्य

धारावी के कारीगरों संग राहुल गांधी: हुनर, हक और हौसले की नई कहानी!

“धारावी के कारीगरों संग राहुल गांधी: हुनर, हक और हौसले की नई कहानी!”

a41ad136-ab8e-4a7d-bf81-1a6289a5f83f
ea5259c3-fb22-4da0-b043-71ce01a6842e

धारावी के हुनरमंद कारीगरों से मिले राहुल गांधी: चमार स्टूडियो में देखा मेहनतकशों का कौशल, समाधान के लिए किया संवाद

मुंबई: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष श्री राहुल गांधी ने शुक्रवार को मुंबई के धारावी में जाकर स्थानीय कारीगरों और श्रमिकों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए चर्चा की। राहुल गांधी ने विशेष रूप से चमार स्टूडियो का दौरा किया, जो अपने अनोखे और रचनात्मक कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। स्टूडियो के संस्थापक सुधीर राजभर और उनकी टीम के कारीगर हाथ से तैयार किए गए बैग और अन्य उत्पादों को रीसाइकल टायरों से बनाते हैं।

राहुल गांधी की इस यात्रा का उद्देश्य मेहनतकश वर्ग की दिक्कतों को समझना और उनके हक की लड़ाई में उनका साथ देना था। उन्होंने कारीगरों, श्रमिकों और स्थानीय उद्यमियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और कांग्रेस पार्टी द्वारा उनके अधिकारों की रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।

धारावी: हुनर और संघर्ष की पहचान

धारावी, मुंबई का एक प्रमुख इलाका है, जो अपने कारीगरों और छोटे उद्योगों के लिए जाना जाता है। यहां लाखों लोग चमड़े के काम, कपड़ा उद्योग, मिट्टी के बर्तन, हस्तशिल्प और अन्य कुटीर उद्योगों से जुड़े हैं। यह इलाका एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक है, जहां रहने वाले लोग तमाम कठिनाइयों के बावजूद अपने कौशल से देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं।

राहुल गांधी ने यहां पहुंचकर स्थानीय कारीगरों और व्यवसायियों से उनके जीवन और व्यापार में आने वाली दिक्कतों पर चर्चा की। इन लोगों ने उन्हें बताया कि महंगाई, बढ़ते कच्चे माल के दाम, सरकारी मदद की कमी और बाजार में प्रतिस्पर्धा जैसी समस्याओं के कारण उनका काम प्रभावित हो रहा है।

चमार स्टूडियो का दौरा: रचनात्मकता और नवाचार का केंद्र

राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के दौरान चमार स्टूडियो का दौरा किया, जिसे डिजाइनर सुधीर राजभर ने शुरू किया था। यह स्टूडियो अपने अनोखे और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के लिए जाना जाता है। यहां कारीगर पुराने टायरों और अन्य रीसाइकिल सामग्री का उपयोग कर हैंडमेड बैग और अन्य उपयोगी वस्तुएं बनाते हैं।

सुधीर राजभर ने बताया कि उनका उद्देश्य भारतीय शिल्पकारों की प्रतिभा को न केवल देश बल्कि दुनिया तक पहुंचाना है। उनका मानना है कि अगर सरकार और समाज का समर्थन मिले तो धारावी जैसे इलाकों के कारीगर वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं।

राहुल गांधी ने इस स्टूडियो में बने उत्पादों को देखा और कारीगरों से उनके काम की प्रक्रिया के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहलें न केवल स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देती हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होती हैं।

कारीगरों और श्रमिकों से संवाद

धारावी के कारीगरों ने राहुल गांधी से बातचीत में अपनी प्रमुख समस्याओं को साझा किया:

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

1. कच्चे माल की बढ़ती कीमतें: कई छोटे कारीगरों ने शिकायत की कि पिछले कुछ वर्षों में कच्चे माल की कीमतें बढ़ने से उनका मुनाफा कम हो गया है।

2. बाजार में प्रतिस्पर्धा: बड़े ब्रांडों और कंपनियों के कारण छोटे कारीगरों को अपना उत्पाद बेचने में कठिनाई हो रही है।

3. सरकारी सहायता की कमी: सरकारी योजनाओं का लाभ सही तरीके से न मिलने की वजह से कारीगरों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

4. महंगाई और जीवन स्तर: धारावी के श्रमिकों ने बताया कि बढ़ती महंगाई के कारण जीवनयापन मुश्किल हो गया है।

राहुल गांधी ने इन सभी मुद्दों को ध्यान से सुना और भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी मेहनतकश वर्ग के अधिकारों के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को छोटे उद्योगों और कारीगरों के लिए विशेष नीतियां बनानी चाहिए, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

कांग्रेस की प्रतिबद्धता: मेहनतकशों के अधिकारों की रक्षा

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा श्रमिकों और कारीगरों के हक की लड़ाई लड़ती रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों का साथ दे रही है, जबकि छोटे उद्यमियों और कारीगरों की अनदेखी कर रही है।

उन्होंने कहा, “हम मेहनतकशों और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ठोस नीतियां बनाएंगे। कांग्रेस पार्टी सत्ता में आएगी तो धारावी जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी।”

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी की यात्रा से धारावी के कारीगरों और श्रमिकों में उत्साह देखने को मिला। स्थानीय लोगों का कहना था कि पहली बार कोई राष्ट्रीय नेता उनकी समस्याओं को इतने ध्यान से सुन रहा है।

चमार स्टूडियो के कारीगरों ने भी इस मुलाकात को महत्वपूर्ण बताया। एक स्थानीय कारीगर ने कहा, “हमें खुशी है कि राहुल गांधी जी ने हमारे काम को देखा और समझा। हमें उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी हमारे लिए ठोस कदम उठाएगी।”

भविष्य की योजनाएं और उम्मीदें

राहुल गांधी ने इस दौरे के दौरान श्रमिकों और कारीगरों से जो बातचीत की, उससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस पार्टी छोटे व्यवसायों और कारीगरों के हक में ठोस नीतियां लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार सही योजनाएं लागू करे, तो धारावी के हुनरमंद कारीगर पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ सकते हैं।

उन्होंने कारीगरों से आग्रह किया कि वे संगठित होकर अपने हक की लड़ाई लड़ें और कांग्रेस पार्टी इस संघर्ष में उनके साथ खड़ी रहेगी।

राहुल गांधी की यह यात्रा धारावी के मेहनतकश वर्ग के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई। उन्होंने न केवल स्थानीय कारीगरों की समस्याओं को सुना, बल्कि उनके समाधान के लिए कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता भी दोहराई।

धारावी के कारीगरों और छोटे उद्यमियों के लिए यह यात्रा एक महत्वपूर्ण पहल थी, जो दिखाती है कि अगर सही समर्थन मिले, तो भारत का हर श्रमिक और कारीगर अपने हुनर से देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।

Ashish Sinha

8d301e24-97a9-47aa-8f58-7fd7a1dfb1c6 (2)
e0c3a8bf-750d-4709-abcd-75615677327f

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!