
पलामू में जन औषधि केंद्र का शुभारंभ, सस्ती दवाओं से जनता को राहत
पलामू में जन औषधि केंद्र का शुभारंभ, सस्ती दवाओं से जनता को राहत
पलामू: मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल परिसर में “जन औषधि दिवस” के अवसर पर जन औषधि केंद्र का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में पलामू के सांसद प्रतिनिधि विजय ओझा, निजी सचिव अलख दुबे, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार और डीपीएम प्रदीप कुमार ने संयुक्त रूप से केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सभी ने सातवें जन औषधि दिवस की शुभकामनाएं दीं और इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की इस पहल ने दवाओं के खर्च को कम करके करोड़ों लोगों को राहत पहुंचाई है। इस अभियान का उद्देश्य आम जनता को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराना है, ताकि कोई भी व्यक्ति महंगी दवाओं के कारण उचित उपचार से वंचित न रहे।
जन औषधि केंद्रों का विस्तार
देशभर में जन औषधि केंद्रों का तेजी से विस्तार हो रहा है। अब तक देश के सभी राज्यों और जिलों में 28 फरवरी 2025 तक 15,000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं। इन केंद्रों पर सरकार द्वारा खरीदी गई जेनरिक दवाएं बेची जाती हैं, जिनकी कीमत खुले बाजार में उपलब्ध ब्रांडेड दवाओं से 50-80 प्रतिशत तक कम होती है। इससे आम आदमी को महंगी दवाओं पर होने वाले खर्च से राहत मिल रही है।
सरकार ने जन औषधि योजना के तहत दवाओं के साथ-साथ सर्जिकल और अन्य चिकित्सीय उपकरणों को भी किफायती दरों पर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत 2047 तक अधिक से अधिक दवाओं और लगभग 300 प्रकार के सर्जिकल उपकरणों को जन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध कराने की योजना है।
जन औषधि योजना से जनता को लाभ
जन औषधि केंद्रों की सफलता को देखते हुए सरकार इस योजना का और अधिक विस्तार कर रही है। यह योजना न केवल सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने तक सीमित है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित कर रही है।
जन औषधि योजना का उद्देश्य सिर्फ सस्ती दवाएं उपलब्ध कराना ही नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की कोशिश है। “दाम कम, दवा उत्तम” के नारे के साथ यह योजना देशभर में लोगों तक पहुंच रही है।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
पलामू में जन औषधि केंद्र खुलने से स्थानीय जनता में उत्साह देखने को मिला। मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि महंगी दवाओं के कारण इलाज कराना मुश्किल हो जाता था, लेकिन जन औषधि केंद्र से सस्ती दवाएं मिलने से अब राहत मिली है।
जन औषधि केंद्रों के माध्यम से सरकार आम जनता को महंगी दवाओं के बोझ से बचाने के लिए प्रयासरत है। इस योजना से लाखों लोगों को राहत मिल रही है और आने वाले समय में यह पहल भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखती है।