छत्तीसगढ़ताजा ख़बरेंब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिराज्यरायपुर

बस्तर शिक्षा क्रांति: नीति आयोग से 3 करोड़ का पुरस्कार, शिक्षा में नए आयाम

बस्तर शिक्षा क्रांति: नीति आयोग से 3 करोड़ का पुरस्कार, शिक्षा में नए आयाम

WhatsApp Image 2025-09-25 at 3.01.05 AM

रायपुर, 8 मार्च 2025 – छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला, जो कभी अपनी चुनौतियों के लिए जाना जाता था, अब शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाकर देशभर में मिसाल पेश कर रहा है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, अभिनव शैक्षणिक तकनीकों का उपयोग, शिक्षकों और छात्रों के बीच सशक्त संबंधों के निर्माण और शिक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने में बस्तर जिले ने अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। इसी शानदार उपलब्धि के चलते नीति आयोग ने बस्तर जिले को 3 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान कर सम्मानित किया है।

मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं, प्रदेश के लिए गर्व का क्षण

बस्तर की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पूरे जिले को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की मेहनत, शिक्षकों के अथक प्रयासों और सरकार की ठोस शिक्षा नीति के चलते यह उपलब्धि संभव हो सकी है। उन्होंने इसे पूरे प्रदेश के लिए गर्व का क्षण बताया और कहा कि यह पुरस्कार आकांक्षी जिलों में बुनियादी शिक्षा को मजबूती देने तथा नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों की सफलता का प्रमाण है।

शिक्षा में बस्तर की नई उड़ान

बस्तर ने शिक्षा में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यहां शिक्षकों को नई तकनीकों से प्रशिक्षित किया गया, डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा दिया गया और विद्यार्थियों को नवाचारों से जोड़ा गया। स्मार्ट क्लासरूम्स, डिजिटल पुस्तकालय, वैज्ञानिक प्रयोगशालाएं और इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए किया गया। इन प्रयासों से न केवल विद्यार्थियों की रुचि बढ़ी बल्कि उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों में भी जबरदस्त सुधार हुआ।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

शिक्षा सुधार के लिए सरकार के महत्वपूर्ण कदम

राज्य सरकार ने शिक्षा सुधार के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं:

डिजिटल क्लासरूम और स्मार्ट एजुकेशन मॉडल – आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर शिक्षा को रोचक और प्रभावी बनाया गया।

गुरुजनों का उन्नत प्रशिक्षण – शिक्षकों को अत्याधुनिक शिक्षण पद्धतियों से जोड़ा गया।

आदिवासी छात्रों के लिए विशेष योजनाएं – आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विशेष सुविधाएं दी गईं।

इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास – ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों की अवस्थापना सुविधाओं को सुधारा गया।

स्कूलों में नवाचार को प्रोत्साहन – विद्यार्थियों को नई खोज और तकनीकों से जोड़ने के लिए कई पहल की गईं।

छात्रों और शिक्षकों के अनुभव

बस्तर जिले के कई छात्र और शिक्षक इस बदलाव के गवाह बने हैं। स्थानीय शिक्षक रमेश ठाकुर ने कहा, “पहले बच्चों की उपस्थिति कम रहती थी, लेकिन अब स्मार्ट क्लासेस और इंटरैक्टिव लर्निंग ने उनकी रुचि को बढ़ाया है।” वहीं, दसवीं कक्षा की छात्रा नेहा कुंजाम ने कहा, “अब हम डिजिटल माध्यमों से पढ़ाई कर रहे हैं, जिससे विषयों को समझना आसान हो गया है।”

बस्तर बना प्रेरणास्त्रोत

बस्तर की यह उपलब्धि देश के अन्य आकांक्षी जिलों के लिए एक प्रेरणा है। नीति आयोग का यह सम्मान यह दर्शाता है कि सही प्रयासों और समर्पण से किसी भी चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है। यह पुरस्कार न केवल बस्तर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

शिक्षा क्षेत्र में बस्तर की यह उड़ान भविष्य में और ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करेगी।

Ashish Sinha

e6e82d19-dc48-4c76-bed1-b869be56b2ea (2)

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!