
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महापौर मंजूषा भगत का सशक्त संदेश: नारी शक्ति को नया आयाम
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महापौर मंजूषा भगत का सशक्त संदेश: नारी शक्ति को नया आयाम
अंबिकापुर, 08 मार्च 2025। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अंबिकापुर के पी.जी. कॉलेज ऑडिटोरियम में जिला स्तरीय महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें नवनिर्वाचित महापौर नगर निगम अंबिकापुर मंजूषा भगत एवं नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष निरूपा सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके संवैधानिक एवं वैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना, समानता के अधिकार को बढ़ावा देना और घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करना था। साथ ही, महिला सशक्तिकरण के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी साझा की गई। इनमें प्रमुख रूप से ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘शक्ति सदन’, ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ और ‘महिला हेल्पलाइन’ जैसी योजनाएं शामिल थीं।
महिला सशक्तिकरण की गूंज
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने विशेष आकर्षण बिखेरा। स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्य एवं नाटकों ने नारी शक्ति के विभिन्न आयामों को दर्शाया और महिला सशक्तिकरण का सार्थक संदेश दिया। उपस्थित महिलाओं ने इन प्रस्तुतियों का हर्षोल्लास के साथ आनंद लिया और कलाकारों को प्रोत्साहित किया।
सम्मान समारोह: नारीशक्ति को नमन
इस अवसर पर समाज सेवा, कला, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। नगर निगम अंबिकापुर की सभी महिला नवनिर्वाचित पार्षदों, जिला पंचायत की महिला सदस्यों और विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र, शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में उपस्थित महिलाओं के आत्मविश्वास को और अधिक मजबूती मिली।
महिला अधिकारों और योजनाओं की जानकारी
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने महिलाओं को उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वावलंबन के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। इनमें विशेष रूप से निम्नलिखित योजनाओं पर चर्चा की गई:
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना: बालिकाओं के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा तक सरकार द्वारा सहायता।
शक्ति सदन योजना: घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए आश्रय और सहायता।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: गर्भवती महिलाओं के पोषण और देखभाल के लिए आर्थिक सहायता।
महिला हेल्पलाइन: किसी भी प्रकार की हिंसा या संकट में सहायता प्रदान करने के लिए 24×7 टोल-फ्री सेवा।
सम्मेलन में उमड़ी भारी भीड़
इस जिला स्तरीय महिला सम्मेलन में बड़ी संख्या में महिलाएं, समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, महिला मोर्चा की सदस्य, नगर निगम की महिला पार्षद, जिला पंचायत की महिला सदस्य और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने इस कार्यक्रम को नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावशाली पहल बताया।
महिला सशक्तिकरण की ओर एक मजबूत कदम
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित यह सम्मेलन महिलाओं के लिए जागरूकता, सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस आयोजन ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, विभिन्न योजनाओं के प्रति उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
कार्यक्रम के समापन पर महिलाओं ने एकजुट होकर महिला अधिकारों की रक्षा और उनके हितों के संवर्धन के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि नारी अबला नहीं, बल्कि सशक्त और आत्मनिर्भर है।