
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बालिकाओं के साथ सुनी ‘मन की बात’ की 120वीं कड़ी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बालिकाओं के साथ सुनी ‘मन की बात’ की 120वीं कड़ी
देश की जनता को जागरूक और सशक्त बनाने का प्रभावी माध्यम है ‘मन की बात’ : मुख्यमंत्री साय
रायपुर, 30 मार्च 2025 – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में नवगुरुकुल और नेतृत्व साधना केंद्र की बालिकाओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत लोकप्रिय मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 120वीं कड़ी का श्रवण किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, विधायक किरण देव और विधायक पुरंदर मिश्रा की गरिमामयी उपस्थिति रही।
‘मन की बात’ – जागरूकता और प्रेरणा का स्रोत
मुख्यमंत्री साय ने चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर बालिकाओं के साथ आत्मीय संवाद किया और उन्हें उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम आज देश की जनता को जागरूक बनाने का सशक्त मंच बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के माध्यम से विशेष रूप से छात्रों और युवाओं को कड़ी मेहनत, नवाचार और सकारात्मक सोच की प्रेरणा देते हैं।
उन्होंने कहा, “यदि हम सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ें, तो समाज और जीवन में बड़ा परिवर्तन संभव है। प्रधानमंत्री जी का यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति, नवाचार और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला मंच है, जिसमें हर आयु वर्ग के लोगों को प्रेरित करने की क्षमता है।”
भारतीय संस्कृति और नवाचार को बढ़ावा देने वाला मंच
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मन की बात’ भारतीय संस्कृति, लोक परंपराओं और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जनता से सीधे जुड़ने का एक प्रभावी माध्यम बन चुका है। इसमें देश के नवाचार, जन भागीदारी, प्रेरक कहानियाँ, जल संरक्षण, योग, आयुर्वेद और वीर सैनिकों सहित खिलाड़ियों और वैज्ञानिकों के योगदान को उजागर किया जाता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर अपने सपनों को आकार देने के लिए संकल्पबद्ध होकर आगे बढ़ें।
नवगुरुकुल और नेतृत्व साधना केंद्र की बालिकाओं से आत्मीय भेंट
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बालिकाओं से संवाद करते हुए उनके मेहनत और संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा, “आप सभी तकनीकी प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटी हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी बेटियाँ जीवन में अवश्य सफल होंगी। आप सबकी उपलब्धियों में सहभागी बनना मेरे लिए गर्व का विषय है।”
बालिकाओं ने भी मुख्यमंत्री से संवाद करते हुए अपने अनुभव साझा किए और मुख्यमंत्री निवास में बिताए गए इन खास पलों को यादगार बताया। उन्होंने बताया कि उन्हें इस अवसर पर बहुत कुछ सीखने को मिला और वे इस कार्यक्रम से प्रेरित होकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक मेहनत करेंगी।
तकनीकी प्रशिक्षण और प्रशासनिक तैयारी की नई उड़ान
नवगुरुकुल संस्था की छात्रावास अधीक्षिका सुश्री रेणुका चंदन ने जानकारी दी कि नवगुरुकुल से निकले कई छात्र-छात्राएं आज बैंगलोर और हैदराबाद की प्रमुख आईटी कंपनियों में कार्यरत हैं। इसी तरह नेतृत्व साधना केंद्र में सीजीपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। यहाँ रहने वाले बच्चों को निःशुल्क आवास और भोजन की सुविधा दी गई है। इस वर्ष केंद्र के 11 बच्चों ने पीएससी की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण की है और वे अब मुख्य परीक्षा में भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि रायपुर जिला प्रशासन के सहयोग से संचालित नवगुरुकुल संस्थान में बच्चों को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, कोडिंग एवं डिकोडिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह कार्यक्रम उन छात्रों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो सीमित संसाधनों में रहते हुए तकनीकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
सामाजिक और शैक्षिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण के माध्यम से राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नवगुरुकुल और नेतृत्व साधना केंद्र जैसे संस्थान भविष्य में और अधिक बच्चों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाएँ जैसे कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, कौशल विकास कार्यक्रम और डिजिटल शिक्षा पहल राज्य के बच्चों को एक नई दिशा देने के लिए कार्यरत हैं।
बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरणा
मुख्यमंत्री साय ने सभी बालिकाओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को शिक्षा और तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने के लिए हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने बालिकाओं के साथ सामूहिक चित्र खिंचवाया और उन्हें प्रेरित करने वाली पुस्तकों का वितरण भी किया। बालिकाओं ने भी मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और उनके मार्गदर्शन को अपनी प्रेरणा बताया।
इस आयोजन ने शिक्षा, तकनीकी प्रशिक्षण और प्रेरणादायक संवाद के माध्यम से बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह प्रयास राज्य में बालिका शिक्षा और तकनीकी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
इस प्रकार, ‘मन की बात’ कार्यक्रम न केवल एक संवाद माध्यम है, बल्कि यह समाज में जागरूकता और प्रेरणा फैलाने का एक प्रभावी मंच बन चुका है। इससे युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन और सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल रही है। मुख्यमंत्री साय का यह कदम निश्चित रूप से राज्य में शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।