
प्रयास विद्यालयों में प्रवेश के लिए 20 अप्रैल को परीक्षा, 15 केंद्र बनाए गए
प्रयास विद्यालयों में प्रवेश के लिए 20 अप्रैल को परीक्षा, 15 केंद्र बनाए गए
कांकेर, 03 अप्रैल 2025 – छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत संचालित प्रयास बालक-बालिका आवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं में प्रवेश हेतु प्राक्कचयन परीक्षा का आयोजन 20 अप्रैल, रविवार को किया जाएगा। यह परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित होगी। परीक्षा को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए जिले में 15 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं।
राज्य सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य वंचित और आर्थिक रूप से कमजोर तबके के मेधावी विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा का अवसर प्रदान करना है। प्रयास आवासीय विद्यालयों में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा, छात्रावास, पुस्तकें, भोजन एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जिससे वे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
कहां-कहां होंगे परीक्षा केंद्र?
जिले में विभिन्न विकासखंडों में 15 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
🔹 कांकेर – पं. विष्णुप्रसाद शर्मा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोविंदपुर, पीएमश्री शासकीय नरहरदेव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय प्रेक्टिसिंग कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मांझापारा, सेंट माइकल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोविंदपुर।
🔹 नरहरपुर – पीएमश्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नरहरपुर, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नरहरपुर।
🔹 चारामा – शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चारामा, शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चारामा।
🔹 भानुप्रतापपुर – एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय फरसकोट, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भानुप्रतापपुर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संबलपुर।
🔹 अंतागढ़ – एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय लामकन्हार।
🔹 कोयलीबेड़ा – शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोयलीबेड़ा, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पखांजूर।
🔹 दुर्गूकोंदल – शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दुर्गूकोंदल।
परीक्षा प्रवेश पत्र और अन्य जानकारी
परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थी अपना प्रवेश पत्र विभागीय वेबसाइट https//eklavya.cg.nic.in से डाउनलोड कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत चलाए जा रहे प्रयास विद्यालयों को मेधावी और जरूरतमंद छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर माना जा रहा है। इससे ग्रामीण और दूरस्थ अंचलों के विद्यार्थियों को भी अच्छी शिक्षा का अवसर मिलेगा।
यह योजना राज्य सरकार की सामाजिक न्याय और समावेशी शिक्षा की दिशा में एक मजबूत पहल है, जो प्रतिभाशाली लेकिन संसाधनों से वंचित विद्यार्थियों को उनकी योग्यता के अनुसार आगे बढ़ने का मौका देती है। इस पहल से ग्रामीण अंचलों में शिक्षा की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा दोनों में सुधार की उम्मीद है।