
पुरी के संतों ने आयुष्मान भारत योजना में शामिल होने की उठाई मांग
पुरी के संतों और धार्मिक संस्थाओं ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री से आयुष्मान भारत योजना में शामिल करने की अपील की। कहा, वित्तीय संकट के कारण इलाज नहीं करा पा रहे संत।
पुरी के संतों ने उठाई आवाज, आयुष्मान भारत योजना में शामिल होने की माँग
पुरी, ओडिशा | 14 अप्रैल 2025|पवित्र नगरी पुरी के प्रमुख संतों और धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने केंद्र और राज्य सरकार से आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना में शामिल किए जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को इस योजना के तहत निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है, जबकि वित्तीय संकट के कारण कई संत इससे वंचित हैं।
धर्मेंद्र प्रधान और मुकेश महालिंग को सौंपा पत्र
संतों ने इस मांग को लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग को औपचारिक पत्र सौंपा है। उन्होंने बताया कि मंदिरों और आश्रमों में रहने वाले साधु-संत भी समाज की सेवा करते हैं, लेकिन उनके पास स्थायी आमदनी के स्रोत नहीं होते, जिससे वे स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं उठा पाते।
संतों का कहना:
“हम भी समाज का हिस्सा हैं और धार्मिक कर्तव्यों के साथ जनसेवा में लगे रहते हैं। हम चाहते हैं कि हमें भी आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों में शामिल किया जाए ताकि समय पर इलाज मिल सके।”