
गुना में हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव का विरोध, करणी सेना और हिंदू संगठनों का धरना
गुना में हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव के विरोध में करणी सेना और अखिल हिंदू समाज ने धरना दिया। आरोपियों पर सख्त कार्रवाई और बुलडोजर की मांग उठी।
गुना में हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव, फायरिंग और हिंसा की FIR दर्ज, शहर में तनाव
करणी सेना ने किया गुना बंद, पार्षद की शिकायत पर पांच नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला
गुना, मध्य प्रदेश | 14 अप्रैल 2025| शनिवार शाम हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव और फायरिंग की घटना के बाद शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया है। भाजपा पार्षद ओमप्रकाश कुशवाह उर्फ गब्बर की शिकायत पर पुलिस ने पांच नामजद सहित 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास, मारपीट, बलवा, तोड़फोड़ सहित गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
पार्षद ने एफआईआर में फायरिंग का भी आरोप लगाया है। वहीं, रविवार को करणी सेना ने गुना बंद का आह्वान कर विरोध जताया और शहर के प्रमुख चौराहों पर चक्काजाम किया।
क्या हुआ शनिवार शाम को?
शाम 4 बजे शिवाजी नगर माता मंदिर से हनुमान जयंती का जुलूस निकाला गया था। यह जुलूस जब शाम 7:45 बजे कर्नलगंज स्थित मस्जिद के सामने पहुंचा, तभी विवाद की स्थिति बनी। पार्षद का आरोप है कि विक्की पठान नामक व्यक्ति अपने साथियों के साथ आया और डीजे बंद कर आगे बढ़ने को कहा। इसके बाद अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई।
FIR में क्या हैं आरोप?
एफआईआर के अनुसार, मस्जिद और आसपास की छतों से पत्थर बरसाए गए। इसी दौरान विक्की का बेटा आमीन ने कथित रूप से पिस्टल से फायरिंग की, जो रजत ग्वाल के कान के पास से गुजरी।
वहीं, गुड्डू खान पर रजत पर लुहांगी (लोहे की छड़) से हमला करने का आरोप है।
इस घटना में करीब दर्जनभर लोग घायल हुए और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी हुई।
करणी सेना का विरोध प्रदर्शन
पथराव और हिंसा के विरोध में करणी सेना और अखिल हिंदू समाज ने गुना बंद का ऐलान किया।
प्रदर्शनकारियों ने हनुमान चौराहे और जयस्तंभ चौराहे पर चक्काजाम कर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई।
स्थिति को संभालने के लिए कलेक्टर किशोर कान्याल और एसपी संजीव कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत किया।
अनुमति को लेकर भ्रम
जुलूस की अनुमति को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है।
पार्षद का दावा है कि उन्होंने 7 अप्रैल को एसडीएम कार्यालय को पत्र भेजकर अनुमति मांगी थी, जबकि प्रशासन का कहना है कि कोई अनुमति जारी नहीं की गई।
एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने स्पष्ट किया कि एसडीएम कार्यालय से कोई अनुमोदन नहीं मिला।
सिंधिया ने की चर्चा, शांति की अपील
घटना की सूचना मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एसपी से बात कर घटना की जानकारी ली और शांति बनाए रखने की अपील की।