
धमतरी की महिलाओं ने मुनगा की खेती से पाई सफलता, रायपुर तक हो रही सप्लाई
जय मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह की महिलाएं मुनगा की खेती से दुगुनी आय कमा रही हैं। मनरेगा से मिली मदद से कोकड़ी गांव में यह नवाचार अब मॉडल बन चुका है।
सफलता की कहानी: मुनगा बना महिलाओं की आमदनी का सुपरफूड
कोकड़ी की महिलाओं ने मुनगा की खेती से पाई दुगुनी कमाई, रायपुर तक हो रही सप्लाई
📍धमतरी, 04 जून 2025। धमतरी की कोकड़ी गांव की महिलाओं ने औषधीय गुणों से भरपूर सुपर फूड मुनगा की खेती से अपने जीवन की दिशा बदल दी है। अब वे न केवल गांव और आसपास के बाजारों में, बल्कि राजधानी रायपुर तक मुनगा की सप्लाई कर रही हैं और दुगुनी आय अर्जित कर रही हैं।
ग्राम पंचायत कोकड़ी के जय मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती रामेश्वरी साहू बताती हैं कि समूह की 12 महिलाएं मिलकर लगभग 3.5 एकड़ बंजर भूमि पर मुनगे की खेती कर रही हैं। यह पहल मनरेगा योजना के अंतर्गत मिली सहायता से शुरू हुई, जिसमें ₹11.44 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई थी।
महिलाओं ने मुनगे के साथ करौंदा, आंवला और नींबू भी लगाया, लेकिन मुनगा की फसल से सबसे अधिक लाभ हुआ। पौधों में साल में दो बार फल लगते हैं, जिससे आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अब अन्य गांवों के लोग भी इस मॉडल को सीखने और प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं।
👉 मुनगा क्यों है खास?
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कम पानी में भी अच्छा उत्पादन
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पत्तियों का पाउडर मल्टीविटामिन सप्लीमेंट के रूप में उपयोगी
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ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और बीपी नियंत्रण में सहायक
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प्रोटीन, आयरन, विटामिन B, C और A से भरपूर
💡 यह कहानी सिर्फ एक फसल की नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता, नवाचार और महिला सशक्तिकरण की मिसाल है।