
’सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, अगले डेढ़ महीने में पूरी शिद््दत से जुट जाएं शिक्षक’
’सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, अगले डेढ़ महीने में पूरी शिद््दत से जुट जाएं शिक्षक’
कलेक्टर ने स्कूल शिक्षा विभाग की बैठक लेकर प्राचार्यों को समन्वित प्रयास करने के दिए निर्देश
उत्तर बस्तर कांकेर/कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने आज स्कूल शिक्षा विभाग के प्राचार्यों की बैठक लेकर जिले के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने तथा श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम लाने के लिए निर्देशित किया। साथ ही आगामी परीक्षा को दृष्टिगत करते हुए सभी शिक्षकों को एकजुट होकर समन्वित और सामूहिक प्रयास करने और जिले को विशिष्ट स्थान दिलाने के लिए जोर दिया।
जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज अपरान्ह में आयोजित बैठक में उन्होंने उपस्थित प्राचार्यों से कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, क्योंकि शिक्षा ही देश और समाज का भविष्य तय करती है। कलेक्टर ने सभी प्राचार्यों को अगले डेढ़ महीने में पूरी शिद््दत के साथ जुट जाने और अपनी-अपनी शालाओं में उत्कृष्ट परिणाम दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करने की बात कही। साथ ही कमजोर बच्चों पर विशेष रूप से फोकस करते हुए रिमिडियल क्लॉस संचालित करने, उनके पालकों से व्यक्तिगत संपर्क करने तथा पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने हेतु उन्होंने जोर दिया। बैठक में कलेक्टर ने सी और डी ग्रेड वाले हाई एवं हायर सेकण्डरी स्कूलों की समीक्षा करते हुए संबंधित संस्था प्रमुखों को कार्ययोजना तैयार कर विद्यार्थियों को ए अथवा बी श्रेणी में लाने हेतु हर मुमकिन प्रयास करने के अलावा बीईओ एवं एबीईओ को व्यक्तिगत रूप से मॉनिटरिंग करते हुए शिक्षा का स्तर ऊपर लाने के निर्देश दिए। जिले के नरहरपुर एवं कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के सी एवं डी ग्रेड वाले सात स्कूलों को चिन्हांकित कर विशेष रूप से फोकस करने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया।
इसके पहले, जिला पंचायत के सीईओ हरेश मण्डावी ने विकासखण्डवार एवं विद्यालयवार ग्रेडेशन की जानकारी ली तथा ’हमर लक्ष्य’ कार्यक्रम के तहत अब तक के परीक्षा परिणामों की समीक्षा की। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार पटेल ने स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव के निर्देशानुसार ’मिशन सक्सेस 2025’ के अंतर्गत अगले 45 दिनों में दिए गए लक्ष्य और उसकी पूर्ति के लिए तैयार की गई कार्ययोजना के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही ’हमर लक्ष्य’ कार्यक्रम के तहत अब तक किए गए कार्यों एवं गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने प्रत्येक सप्ताह मॉक टेस्ट आयोजित कर विद्यार्थियों की शिक्षा का स्तर परखने के लिए भी सभी प्राचार्यों को निर्देशित किया। इस दौरान कलेक्टर ने उपस्थित संस्था प्रमुखों को श्रेष्ठ परिणाम तथा उत्कृष्ट शिक्षा स्तर लाने और इस हेतु हर संभव प्रयास करने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जिला समन्वयक समग्र शिक्षा रविकांत मिश्रा, सहायक संचालक, सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एवं सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे।