
उपराष्ट्रपति की कितनी है Salary और क्या मिलते हैं फायदे, पढ़ कर हो जाएंगे हैरान
देश में 21 जुलाई 2025 को उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने अचानक अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया था। उनके इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद खाली हो गया था। अब 9 सितंबर 2025 को नए उपराष्ट्रपति के चुनाव होने हैं। एनडीए ने सी.पी. राधाकृष्णन को और विपक्ष ने बी. सुरदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
भारत के उपराष्ट्रपति को मासिक 4 लाख रुपये वेतन मिलता है, जिसमें महंगाई भत्ता भी शामिल है। इसके अलावा उन्हें दिल्ली में आधिकारिक आवास, स्वास्थ्य सुविधाएं, कार काफिला, मोबाइल और लैंडलाइन, सुरक्षा और स्टाफ जैसी सुविधाएं मिलती हैं। बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकारी स्कूल और कॉलेज में फीस में छूट भी दी जाती है। विदेश यात्रा पर उन्हें डिप्लोमैटिक पासपोर्ट और अन्य विशेष सुविधाएं भी मिलती हैं।
उपराष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी पूर्व उपराष्ट्रपति को आधा वेतन पेंशन के रूप में मिलता है। इसके साथ ही बंगला, स्टाफ और सुरक्षा जैसी सुविधाएं भी जारी रहती हैं। उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी को भी बंगला और कुछ सुविधाएं मिलती हैं।
उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों, यानी लोकसभा और राज्यसभा के सांसद करते हैं, और यह मतदान गुप्त होता है। इस वोटिंग में बैलेट पेपर और सिंगल ट्रांसफरेबल वोट प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि किसी को यह पता न चले कि किसने किसे वोट दिया। इसी तरीके से आज देश को 15वां उपराष्ट्रपति मिलेगा।