
अम्बिकापुर में कानून व्यवस्था पर भड़की कांग्रेस, थाना कोतवाली का किया घेराव – पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
अम्बिकापुर में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं और महिलाओं की असुरक्षा को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा ने थाना कोतवाली का घेराव किया। जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया।
अम्बिकापुर में कानून व्यवस्था पर भड़की कांग्रेस, थाना कोतवाली का किया घेराव – पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
अम्बिकापुर में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं और महिलाओं की असुरक्षा को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा ने थाना कोतवाली का घेराव किया। जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया।
अम्बिकापुर।शहर में लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं और खराब कानून व्यवस्था को लेकर आज जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा ने थाना कोतवाली का घेराव किया। यह प्रदर्शन जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपते हुए शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि दशहरे के दिन पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम होने का दावा किया था, लेकिन उसी दिन शहर में एक युवती की दिनदहाड़े चाकू से हत्या, महामाया मंदिर परिसर में गैंगवार में युवक पर हमला, महिलाओं के चैन स्नेचिंग और चोरी जैसी कई घटनाएँ सामने आईं।
इसके साथ ही दुर्गा विसर्जन के दौरान कांग्रेस के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता पर भी असामाजिक तत्वों ने जानलेवा हमला किया, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित कांग्रेस नेता के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया।
महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सीमा सोनी ने कहा कि पुलिस हमेशा घटनाओं के बाद ही सक्रिय होती है, जबकि जरूरत इस बात की है कि अपराध होने से पहले ही पुलिस की मौजूदगी से अपराध रोका जाए। उन्होंने कहा कि हालिया घटनाओं ने शहर की महिलाओं में भय का माहौल पैदा कर दिया है।
वहीं, जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह नाकाम रही है। शहर के नागरिकों का भरोसा पुलिस पर से उठ चुका है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अपराधों पर नियंत्रण नहीं हुआ तो कांग्रेस सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी।
इस मौके पर महिला कांग्रेस, ब्लॉक कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई (NSUI) और सेवादल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।