
धमतरी के उमरगांव में सूर्यघर योजना की सफलता – धरमदास मानिकपुरी बने ‘ऊर्जादाता’, अब नहीं आता बिजली बिल
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ने धमतरी के उमरगांव निवासी धरमदास मानिकपुरी को उपभोक्ता से ऊर्जा उत्पादक बना दिया। सौर संयंत्र से हर माह बचत और आर्थिक लाभ भी।
सफलता की कहानी: प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना से उमरगांव में उजाला – उपभोक्ता बने ‘ऊर्जादाता’
धमतरी, 07 अक्टूबर 2025। धमतरी जिले के वनांचल नगरी क्षेत्र का छोटा सा ग्राम उमरगांव आज ऊर्जा आत्मनिर्भरता की मिसाल बन गया है। यहां के निवासी धरमदास मानिकपुरी ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेकर न केवल अपने घर की बिजली जरूरतें पूरी की हैं, बल्कि अब “उपभोक्ता से ऊर्जादाता” बन गए हैं।
मानिकपुरी ने अपने घर की छत पर 2 किलोवाट का सोलर रूफटॉप प्लांट स्थापित किया है। योजना के तहत उन्हें केंद्र और राज्य सरकार से 60 हजार रुपये की सब्सिडी मिली। कुल 1 लाख 40 हजार रुपये की लागत वाले इस संयंत्र के लिए उन्होंने केवल 14 हजार रुपये अग्रिम राशि दी, शेष राशि बैंक ऋण के माध्यम से प्राप्त की।
पहले हर महीने 800 से 1000 रुपये तक का बिजली बिल चुकाने वाले श्री मानिकपुरी का अब बिल शून्य है। साथ ही अतिरिक्त बिजली उत्पादन से उन्हें हर माह आर्थिक लाभ भी मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के शुभारंभ कार्यक्रम को देखकर उन्होंने निर्णय लिया कि वे अपने घर को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाएंगे — और आज वह निर्णय उनके लिए वरदान साबित हुआ है।
हर घर बनेगा ‘ऊर्जा का घर’
इस योजना के तहत राज्यभर में हजारों परिवारों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। योजना में 30 हजार से 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी सोलर संयंत्र की क्षमता के अनुसार दी जाती है।
आवेदक पीएम सूर्यघर पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीयन कर सकते हैं। चयनित वेंडर द्वारा सोलर संयंत्र लगाने के बाद डिस्कॉम द्वारा नेट मीटर लगाया जाता है, और सत्यापन उपरांत सब्सिडी सीधे लाभार्थी के खाते में जमा की जाती है।
जरूरत पड़ने पर उपभोक्ता बैंक से 7 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण भी प्राप्त कर सकते हैं। शासन ने इस पूरी प्रक्रिया को जनसमर्थन पोर्टल से जोड़कर पारदर्शी और सरल बनाया है।
ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम
मानिकपुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताते हुए कहा —
“प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना से अब बिजली उपभोक्ता खुद ऊर्जा उत्पादक बन रहे हैं। इससे न केवल घरेलू खर्च घट रहा है बल्कि पर्यावरण को भी लाभ मिल रहा है। वनांचल के गाँवों में सौर ऊर्जा का यह प्रकाश आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा है।धमतरी के उमरगांव में सूर्यघर योजना की सफलता – धरमदास मानिकपुरी बने ‘ऊर्जादाता’, अब नहीं आता बिजली 🏷️ Hashtags: