
गाज़ा शांति सम्मेलन में शहबाज शरीफ ने ट्रंप की तारीफ की, कहा – भारत-पाक युद्ध रोकने का श्रेय ट्रंप को
गाज़ा शांति शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को “शांति का प्रतीक” बताया और कहा कि ट्रंप ने भारत-पाक युद्ध और गाज़ा संघर्ष दोनों को रोकने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई।
ट्रंप को शरीफ ने बताया “शांति का प्रतीक”, भारत-पाक युद्ध रोकने का श्रेय दिया – गाज़ा शांति सम्मेलन में बोले पाकिस्तान पीएम
शर्म अल-शेख (मिस्र): पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मिस्र में आयोजित गाज़ा शांति शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जमकर तारीफ की। शरीफ ने कहा कि ट्रंप ने न केवल भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोका, बल्कि गाज़ा में भी युद्धविराम कराने में अहम भूमिका निभाई है।
शरीफ ने कहा,
“आज का दिन समकालीन इतिहास के सबसे महान दिनों में एक है, क्योंकि ट्रंप के नेतृत्व में प्रयासों के बाद शांति प्राप्त हुई है। उन्होंने इसके लिए पूरे महीने अथक परिश्रम किया है। ट्रंप वास्तव में शांति के प्रतीक हैं।”
कार्यक्रम के दौरान एक दिलचस्प पल तब आया जब ट्रंप ने अपना भाषण बीच में रोककर शरीफ को आमंत्रित किया। ट्रंप ने मुस्कुराते हुए कहा,
“क्या आप कुछ कहना चाहेंगे? वही कहें जो आपने मुझसे कुछ दिन पहले कहा था।”
इस पर शरीफ ने कहा,
“अगर यह सज्जन (ट्रंप), जो जानते हैं कि भारत-पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्तियां हैं, उन चार दिनों में हस्तक्षेप न करते, तो युद्ध उस स्तर तक बढ़ जाता कि कोई यह बताने के लिए भी जीवित नहीं बचता कि क्या हुआ।”
उन्होंने ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी दोनों को मध्यस्थता के लिए श्रेय देते हुए कहा कि उनके योगदान को “इतिहास स्वर्णिम शब्दों में याद रखेगा।”
शरीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने राष्ट्रपति ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है, क्योंकि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने और गाज़ा युद्धविराम कराने में असाधारण प्रयास किए हैं।
“ट्रंप अब तक 7 और इजरायल-हमास को मिलाकर 8 युद्ध रोक चुके हैं। वे नोबेल पुरस्कार के सबसे वास्तविक और सबसे अद्भुत उम्मीदवार हैं।” — शहबाज शरीफ