
बच्चों में सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करने में डी ए वी पब्लिक स्कूल विश्रामपुर का महत्वपूर्ण योगदान- संजय सिंह
बच्चों में सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करने में डी ए वी पब्लिक स्कूल विश्रामपुर का महत्वपूर्ण योगदान- संजय सिंह
डी. ए. वी. विश्रामपुर का हर्षोल्लास के साथ मना स्थापना
गोपाल सिंह विद्रोही//विश्रामपुर -सूरजपुर -आज 5 अगस्त को डी. ए. वी. पब्लिक स्कूल विश्रामपुर का विद्यालय का 34 वाँ स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
5 अगस्त 1991 को डी. ए. वी. पब्लिक स्कूल बिश्रामपुर अपने अस्तित्व में आया था। विद्यालय की विकास यात्रा में अनेक मेहनती एवं होनहार विद्यार्थियों, शिक्षक – शिक्षिकाओ , अभिभावकों , संस्था प्रमुखों एवं विद्यालय प्रबंधन समिति का स्तुत्य योगदान रहा है।
आयोजन का शुभारंभ आमंत्रित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ । इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय कुमार सिंह, आपरेशन जी. एम, एस. ई. सी. एल. बिश्रामपुर क्षेत्र, अन्य अतिथियो मे आर.एस.राय, डिप्टी एफ.एम एवं निर्णायकगण सुदर्शन मंडल, एस.ई.सी. एल. बिश्रामपुर, सुश्री विनीता अहिरवार, कारमेल कॉन्वेंट स्कूल बिश्रामपुर ,श्रीमती कीया घोष, डी ए वी पब्लिक स्कूल पांडवपारा तथा गणमान्य अतिथियों का विद्यालय प्राचार्य एच. के. पाठक एवं विद्यालय के अध्यापक – अध्यापिकाओं के द्वारा सैपलिंग भेंट कर उनका स्वागत किया गया । संगीत शिक्षक नासिर खान एवं भागीरथी विभार के निर्देशन में विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा अतिथियों के सम्मान में स्वागत गान प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि संजय कुमार सिंह, आपरेशन जी एम, एस. ई. सी. एल. बिश्रामपुर क्षेत्र ने समस्त विद्यालय परिवार को विद्यालय स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि विद्यालय का उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम एवं विविध उपलब्धियाँ निश्चित रूप से गौरव का विषय है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि डी ए वी संस्था में पढ़ना गौरव की बात है। यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने विद्यालय के विकास कार्यों में एस.ई.सी.एल विश्रामपुर क्षेत्र की ओर से हमेशा सहयोग प्रदान करने की बात कही । उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की भूरि – भूरि प्रशंसा की ।
विद्लय प्राचार्य एच .के. पाठक ने समस्त विद्यालय परिवार, आमंत्रित अतिथियों एवं अभिभावकों को विद्यालय स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि अपने स्थापना काल से लेकर अद्यतन विद्यालय सफलता की नित नई ऊंचाइयों को स्पर्श करते आ रहा है और इसकी विकास यात्रा अनवरत् गतिशील है। विद्यालय ने शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं खेलकूद आदि क्षेत्रों में बड़े-बड़े कीर्तिमान स्थापित किया है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की दिशा में आज भी विद्यालय अग्रसर है। देश में 900 से अधिक डी ए वी संस्थाएं संचालित हैं जो महात्मा हंसराज एवं स्वामी दयानंद सरस्वती जी के शैक्षिक उन्नति एवं सेवाभाव के उद्देश्यों की पूर्ति में कार्यरत हैं। उन्होंने आमंत्रित अतिथियों एवं अभिभावकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
विद्यालय की कक्षा बारहवीं की छात्रा वैभवी मिश्रा ने इस अवसर पर अपने अनुभव साझा करते हुए विद्यालय की उपलब्धियों, विकास यात्रा एवं डी. ए. वी. संस्था की गरिमा को प्रकाशित किया। विद्यालय हमें शिक्षा के साथ साथ चरित्र निर्माण कर समाज एवं राष्ट्र की सेवा करना सिखाता है। अध्यापकों के ज्ञान एवं मार्गदर्शन से हम उत्तरोत्तर प्रगति करते रहे हैं और करते रहेंगे।
इस अवसर पर विद्यालय के अग्नि, आदित्य, वायु और अंगिरा सदनों के विद्यार्थियों द्वारा प्रतियोगात्मक समूह गीत व समूह नृत्य एवं भूतपूर्व छात्रा रिंपल के द्वारा प्रस्तुत ओडिशी नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति से सबका मन मयूर झूम उठा ।
चारों सदनों अग्नि ,आदित्य ,वायु एवं अंगिरा के मध्य समूह गीत प्रतियोगिता में वायु सदन ने प्रथम , आदित्य सदन ने द्वितीय , अग्नि सदन ने तृतीय एवं अंगिरा सदन ने चतुर्थ स्थान हासिल किया। चारों सदनों के मध्य समूह नृत्य प्रतियोगिता में अग्नि सदन ने प्रथम , अंगिरा और वायु सदन ने संयुक्त रूप से द्वितीय एवं आदित्य सदन ने तृतीय स्थान अर्जित किया।
कार्यक्रम का सफल मंच संचालन अध्यापक एल. के. दास व अध्यापिका श्रीमती शोभा नामदेव एवं कक्षा ग्यारहवीं की छात्राएं मान्यता जायसवाल , मैथिली मिश्रा व जायना नसीम ने किया। वरिष्ठ अध्यापक ए एम चौबे के द्वारा सभी अतिथियों व अभिभावकों एवं कार्यक्रम को सफल बनाने वालों के प्रति आभार ज्ञापित किया गया । कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त विद्यालय परिवार का सराहनीय योगदान रहा। सामूहिक शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का सफल समापन किया गया।












