
History of 13 November: महाराजा रणजीत सिंह का जन्म, पेरिस आतंकी हमला और NASA का मंगल मिशन
13 नवंबर इतिहास में कई अहम घटनाओं का गवाह है — पंजाब के शेर महाराजा रणजीत सिंह का जन्म, फ्रांस के पेरिस पर आतंकी हमला, WHO द्वारा एशिया को चेचक मुक्त घोषित करना और NASA के यान का मंगल की कक्षा में पहुँचना।
13 नवंबर का इतिहास: महाराजा रणजीत सिंह का जन्म, पेरिस पर आतंकी हमला, NASA का यान मंगल की कक्षा में पहुँचा
भारत का गौरव: महाराजा रणजीत सिंह का जन्म (1780)
13 नवंबर 1780 को सिख साम्राज्य के संस्थापक महाराजा रणजीत सिंह का जन्म गुजरांवाला (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ। उन्हें ‘शेर-ए-पंजाब’ कहा जाता है। रणजीत सिंह ने पंजाब को एकजुट कर धर्मनिरपेक्ष शासन की मिसाल पेश की। उन्होंने लाहौर को अपनी राजधानी बनाया और सिख साम्राज्य को शक्ति और समृद्धि के शिखर पर पहुंचाया।
भारत से जुड़ी अन्य प्रमुख घटनाएँ
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1898: काली पूजा के अवसर पर शारदा देवी ने कोलकाता में सिस्टर निवेदिता द्वारा स्थापित लड़कियों के विद्यालय का उद्घाटन किया — यह महिला शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम था।
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1945: प्रियरंजन दासमुंशी, कांग्रेस नेता और पूर्व खेल मंत्री, का जन्म हुआ।
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2019: सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा कि मुख्य न्यायाधीश (CJI) का कार्यालय भी RTI अधिनियम के तहत सार्वजनिक प्राधिकरण है।
विश्व इतिहास की प्रमुख घटनाएँ
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2015: फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए आतंकी हमलों में 130 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों घायल हुए।
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1985: अरमेरो त्रासदी (कोलंबिया) — नेवाडो डेल रूइज ज्वालामुखी फटने से 23,000 से अधिक लोगों की मौत।
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1975: WHO ने एशिया को चेचक मुक्त क्षेत्र घोषित किया।
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1971: NASA का यान मैरिनर-9 मंगल ग्रह की कक्षा में पहुँचा, जो किसी दूसरे ग्रह की परिक्रमा करने वाला पहला मानव निर्मित यान बना।
13 नवंबर को जन्मी प्रसिद्ध हस्तियाँ
| नाम | जन्म वर्ष | परिचय |
|---|---|---|
| जूही चावला | 1967 | बॉलीवुड अभिनेत्री और उद्यमी |
| हूपी गोल्डबर्ग | 1955 | ऑस्कर विजेता अमेरिकी अभिनेत्री |
| जेरार्ड बटलर | 1969 | हॉलीवुड अभिनेता (फ़िल्म “300”) |
| जिमी किमेल | 1967 | अमेरिकी टॉक शो होस्ट |
| आर.एल. स्टीवेंसन | 1850 | प्रसिद्ध स्कॉटिश उपन्यासकार (ट्रेजर आइलैंड) |
आज का विशेष दिवस — विश्व दयालुता दिवस (World Kindness Day)
हर साल 13 नवंबर को विश्व दयालुता दिवस मनाया जाता है।
इस दिन का उद्देश्य लोगों को करुणा और दयालुता के छोटे-छोटे कार्यों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करना है।










