
Ayodhya Ramlala Aarti Live Darshan: 06 दिसंबर को हुआ अलौकिक श्रृंगार, चार समय भोग और दर्शन व्यवस्था
अयोध्या में 06 दिसंबर को रामलला का विशेष श्रृंगार हुआ। सुबह 6:30 बजे पहली आरती, दोपहर 12 बजे भोग आरती और शाम 7:30 बजे संध्या आरती के साथ दिनभर चार समय भोग अर्पित किए गए। दर्शन समय, वस्त्र, भोग और सभी विवरण पढ़ें।
अयोध्या में रामलला का अलौकिक श्रृंगार: 06 दिसंबर को खास भोग, आरती और दर्शन व्यवस्था

अयोध्या धाम में विराजमान ब्रह्मांड नायक प्रभु श्री रामलला का श्रृंगार और भोग प्रतिदिन विशेष विधि-विधान से संपन्न होता है।
पौष माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि, विक्रम संवत 2082 (06 दिसंबर, शनिवार) को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में प्रभु का दिव्य, आकर्षक और अलौकिक श्रृंगार हुआ। भक्तों ने आज भगवान के भव्य स्वरूप के दर्शन किए।
रामलला के चार समय के भोग — दिनभर की विस्तृत व्यवस्था
अयोध्या राम मंदिर की विशेष रसोई में प्रतिदिन भगवान के लिए अलग-अलग व्यंजन तैयार होते हैं।
चार समय भोग इस प्रकार हैं—
1. बाल भोग (सुबह)
- दिन की शुरुआत बाल भोग से
- हल्के, सात्विक और सुपाच्य व्यंजन
- जगार, लेप, स्नान और वस्त्राभूषण के बाद प्रथम भोग
2. राजभोग (दोपहर 12 बजे)
- दोपहर 12 बजे भोग आरती
- इस समय मुख्य भोग—खीर, मालपुआ, मिस्री, फल, मौसम अनुसार व्यंजन
3. नैवेद्य/फलाहार (शाम)
- संध्या आरती से पहले हल्के भोग
- सूखे मेवे, फल, मिठाइयां
4. शयन भोग (रात्रि 8.30 बजे)
- शयन से ठीक पहले हल्का भोग
- इसके बाद रात्रि 8:30 बजे शयन करवाया जाता है
श्रृंगार – मौसम और तिथि के अनुसार वस्त्राभूषण
रामलला को मौसम के अनुसार अलग-अलग परिधान पहनाए जाते हैं—
- गर्मी में: सूती, हल्के और सफ़ेद/पीताम्बरी वस्त्र
- जाड़े में: ऊनी वस्त्र, स्वेटर, शॉल
- श्रृंगार में उपयोग होने वाली फूलों की माला दिल्ली से विशेष रूप से मंगाई जाती है
आज 06 दिसंबर को किए गए श्रृंगार में रत्नाभूषण, पुष्प हार और पारंपरिक शाही वस्त्रों से अलौकिक रूप सजाया गया।
आरती का पूरा समय — भक्तों के लिए महत्वपूर्ण
सुबह की आरती — 6:30 बजे
- भगवान को जगाने के साथ पूजा शुरू
- लेप, स्नान, वस्त्र और प्रथम भोग
दोपहर भोग आरती — 12 बजे
संध्या आरती — 7:30 बजे
शयन आरती – 8:30 बजे
- इसके बाद रात में दर्शन बंद
➡️ रामलला के दर्शन का समय — सुबह से शाम 7:30 बजे तक
Ayodhya Ramlala Aarti Live Darshan — 06 December
अयोध्या में प्रतिदिन की तरह आज भी हजारों भक्तों ने लाइव दर्शन, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग और मंदिर परिसर से सीधे दर्शन किए।
दिव्य श्रृंगार, आकर्षक भोग और मंत्रोच्चार के बीच आज का दिन भक्तिमय वातावरण में बीता।











