
मोदी सरकार गरीब मजदूरों व श्रमिकों का शोषण बंद करें मोदी : स्वामीनाथ जायसवाल
मोदी सरकार गरीब मजदूरों व श्रमिकों का शोषण बंद करें मोदी : स्वामीनाथ जायसवाल
राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जयसवाल जी ने कहा कि इस समय भारत में कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है। एक तरफ जनता इस महामारी से लड़ रही है वहीं दूसरी तरफ भारत की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है तथा इस कोरोना का काल में भारत सरकार द्वारा संगठित व असंगठित क्षेत्रों में मदद नहीं की जा रही है तथा लोग बेरोजगार होते जा रहे हैं। और जनता का ध्यान भटका रही है तथा मुद्दे की बात कोई नहीं कर रहा है और ना ही रोजगार देने की तथा संगठित व असंगठित क्षेत्रों को मजबूत करने की तथा विकास के नाम पर मोदी सरकार बिल्कुल शून्य है। तथा श्रम मंत्रालय न तो मजदूरों को रोजगार दे रही। ओर नही उनकी कोई मदद कर रही है इंटक कांग्रेस केंद्र सरकार से गुजारिश की है की मजदूरों को मदद दे केंद्र सरकार।
राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जायसवाल ने कहा कि कोरोना का असर बढ़ते संक्रमण के रूप में तो दिख ही रहा है मगर उससे ज्यादा तो उस संक्रमण को रोकने के लिए लगे लॉकडाऊन के स्वरूप में मजदूरों पर कहर बनकर टूटा है। क्या हम नहीं जानते कि लॉकडाऊन में जितना और जैसा जुल्म मजदूरों और हर तरह के गरीबों पर ढाया गया है, वैसा इस देश में कभी नहीं देखा गया। इस दौरान देश-विदेश से ‘संभ्रांतों’ को आने- लाने के बंदोबस्त हुए और हो रहे हैं पर मजदूरों पर लंबे समय तक पाबंदी रही। वे कहीं रास्ते चलते-चलते थककर मर रहे हैं, कहीं बीमारी से तो कहीं ट्रेन से कुचलकर मर रहे हैं। आजादी के पहले और बाद में मिले मजदूरों के तमाम अधिकारों को भी छीनने का सिलसिला भी अब शुरू हो गया है। लोकतंत्र कहलाते मुल्क में देश की बड़ी आबादी के लिए मजदूरों को फिर से गुलामी की जंजीरों में बाँधने का यह एक नया षड्यंत्र रचा जा रहा है।
स्वामीनाथ जयसवाल ने कहा कि देश की आम जनता को कोरोनावायरस आने वाले इस बजट से बड़ी उम्मीद थी लेकिन मोदी सरकार ने एक बार फिर जनता को धोखा दिया आम जनता के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है देश की आम जनता पेट्रोल डीजल की कीमतों से त्रस्त है लेकिन मोदी सरकार ने गरीब जनता की कोई परवाह नहीं की उल्टा पेट्रोल पर सेंस लगाकर देश में महंगाई और बढ़ाने का काम किया। देश के दो करोड़ नौजवानों को नौकरी हर वर्ष देने का झूठा प्रलोभन देकर सत्ता में आई मोदी सरकार के पास नौजवानों के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं है।
तथा देश के अन्नदाता इस बजट में कई उम्मीदें लगा कर बैठे थे लेकिन उनके लिए भी कोई विशेष प्रावधान बजट में नहीं किए गए यह बजट आंकड़ों की जादूगरी प्रोस्कर झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास है यह बजट सिर्फ पूंजीपतियों का बजट है इस बजट में जो लोग देश में एफडीआई का विरोध करते थे आज के इस बजट ने यह साबित कर दिया कि यह लोग पूरी तरह से सरकारी संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों के हाथ में सौंपना चाहते हैं। आम लोग संक्रमण से त्रस्त हैं, वही भयंकर आपदा के समय में भी देश के कुछ राजनेता राजनीति करने में मस्त हैं। तथा जायसवाल ने कहा की इस समय हमारे देश के सभी जाब़ाज कोरोना वारियर्स अपनी जान को जोखिम में डालकर घातक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जान बचाने में व्यस्त हैं। वो कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास पूर्ण मेहनत के साथ दिल से कर रहे हैं, लेकिन फिर भी वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेकर रोजाना कुछ लोगों को असमय काल का ग्रास बना रहा है। हमारे जाब़ाज डॉक्टर व अन्य स्टाफ मरीजों के साथ वायरस के इर्द-गिर्द रहकर लगातार लोगों के जीवन बचाने की तैयारी में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी पहलू देखें तो कुछ समय पहले देश की जनता को इस घातक कोरोना वायरस से बचाने के लिए लगाए गये बेहद आवश्यक लॉकडाउन के चलते देश में सब कुछ बंद होने के कारण हमारी अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गयी है,तथा जायसवाल का कहना है की जिसके चलते देश में आज बहुत सारे लोगों के सामने रोजीरोटी का बेहद गंभीर संकट अचानक से उत्पन्न हो गया है,ओर केन्द्र सरकार इस बेहद गंभीर स्थिति से निपटने के लिए कोई नही प्रयास कर रही हैं। भयावह आपदा के चलते देश के हुए इस हाल को देखकर हर वर्ग के लोग अपना, अपने बच्चों व नातेदारों के भविष्य के बारे में सोच-सोच कर बहुत ज्यादा चिंतित व परेशान हैं।