ताजा ख़बरेंधर्मब्रेकिंग न्यूज़

31 दिसम्बर 2021 अपने नाम से भविष्य एवं सफलता के उपाय जाने।

31 दिसम्बर 2021 अपने नाम से भविष्य एवं सफलता के उपाय जाने।

a41ad136-ab8e-4a7d-bf81-1a6289a5f83f
ea5259c3-fb22-4da0-b043-71ce01a6842e

आज के ‘उपाय जो आपदा-विपदा रोके एवं चिंता मुक्त करे ।“

1-राशिफल पढ़ कर शुभ –अशुभ तो ज्ञात हो जायेगा परन्तु उपाय ही अशुभ की चिंता से (मानसिक एवं व्यवहारिक रूप से ) मुक्त कर सकते हें |
2-दैनिक नियमित देव पूजन से भी अधिक उपयोगी उपाय क्योकि दिन,नक्षत्र , तिथि के देवता जन्य शुभ –अशुभ परिणाम होते हैं ,इसलिए अनिष्ट का नियंत्रण इनके देवताओं से सम्बंधित उपाय करने से ही हो सकता है –
संभावित अनिष्ट का प्रयास प्रतिरोध आवश्यक-
देवाधिदेव शिव का कथन भी है –“प्रयास से अभीष्ट कार्य पूर्ण होते है ।”
सभी उपाय आवश्यक नहीं जो सहज संभव हो उनका प्रयोग करे ।
-नाम के प्रथम अक्षर (व्यक्ति,वस्तु,कम्पनी,स्थान का नाम ) वालो के लिए दिन सुख बाधक
-ये यो भ,भी भू ध,फ,ढ,भे. मा मी,मू,मे,मो,टा,टी,टू, टे ,चू,चे,चो ला ली लू ले लो अ. शेष समस्त नाम अक्षर हेतु उत्तम रहेगा l
-सिंह,मेष,धनु राशी वालो को उपाय करना हित कर होगा l

-मिथुन राशी / नाम क.घ,छ,से प्रारंभ हो उनको निम्न उपाय करना चाहिए-
*सर्व सिद्धिम,सफलताम च सर्व वान्छाम पूरय पूरय में नम: ।
1-स्नान जल मे नदी या तीर्थ जल,चावल,मोती, शहद,
जायफल ,पिपरामुल ,नदी या तीर्थ जल;मिलाकर स्नान करे ।।
2- दान- मूंग ,हरा वस्त्र ,हरीचूड़ी,पालक ,फल कपूर।
दान किसको -कन्या,व्यापारी किन्नरया दुर्गा जी को दे ।
3- प्रस्थान पूर्व खाएं–
मूंग ,तिल,धनिया ,दूध मे से कोई पदार्थ ।। दही ले सकते हैं ।
जैन धर्म मंत्र-
श्री विमलनाथ या श्री मल्लिनाथ भगवान का स्मरण करे-
ॐ ह्रीं णमो उवज्झायाणं ।ॐ ह्रीं बुधग्रह अरिष्टनिवारक-श्री मल्लिनाथजिनेन्द्राय नम:
सर्वशांतिं कुरुकुरु स्वाहा।मम (.अपना नाम.) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्व शांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।
मंत्र – ब्रह्माण्डपुराणोक्त
उत्पात रूपो जगतां चन्द्रपुत्रो महाद्युति:।
सूर्य प्रिय करो विद्वान् पीडां हरतु मे बुध: ।।
-जगत् में उत्पात करने वाले महान द्युति से संपन्न सूर्य का प्रिय करने वाले
विद्वान तथा चन्द्रमा के पुत्र बुध मेरी पीड़ा का निवारण करें ।।
वैदिक-
– ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेधामयं च।
अस्मिन्त्सधस्‍थे अध्‍युत्तरस्मिन् विश्वे देवा यशमानश्च सीदत।।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

– उपाय किन राशिवाले को करना चाहिये — मिथुन,कर्क राशी वाले बाधा नाश के लिए ।
– तुलसी पत्ता ,खीर भोजन में शामिल करे ।
वर्जित-मसूर, कांसे के बरतन, शहद, मांस, तैल,दो या अधिक बार भोजन, पान, तंबाकू, पराया भोजन पूतिका(पोई) तुलसी तोडना ,मांसाहार,सेम,मटर,शहद ,खीरा,ककड़ी,तेल, आवला. व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे ।
।- तैल-मर्दन नए घर का निर्माण करना तथा नए घर में प्रवेश तथा यात्रा का त्याग करना चाहिए।.
कार्य के पूर्व मन्त्र- – ॐ नारायणाय नम:।। विष्णवे नम:।

अग्रलिखित के दर्शन,दान,स्मरण,प्रसन्नता एवं पालन पोषण के उपाय उपयोगी कामना पूरक एवं विघ्न नाशक होंगे -देवता – मित्र; स्वामी : शनि; -पालनीय-पूज्य वृक्ष :मौलश्री; प्राणी को भोजन –: हिरण; तत्व प्रयोग या स्पर्श या प्रयोग -: पृथ्वी
-लाल पुष्पों से भगवान मित्रदेव की भक्तिपूर्वक विधिवत पूजा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है और वह इस लोक में चिरकाल तक जीवित रहता है।
मित्र देवाय नम ।
पौराणिक मंत्र:
मित्रं पद्मासनआरूढं अनुराधेश्वरं भजे l
शूलां कुशल सद्भाहुं युग्मं शोणित वर्णकम् l
नक्षत्र देवता मन्त्र:- ॐ मित्राय नमः l
नक्षत्र नाम मंत्र:- ॐ अनुराधाभ्यो नमःl
वेद मंत्र
ॐ नमो मित्रस्य वरुणस्य चक्षसे महो देवाय तदृत
गवं सपर्यत दूरंदृशे देव जाताय केतवे दिवस्पुत्राय सूर्योयश
गवं सत । ॐ मित्राय नम: ।

यह पढ़े:- आजु का शुभ मुहूर्त जो आपके बिगडे काम बनाये।

Ashish Sinha

8d301e24-97a9-47aa-8f58-7fd7a1dfb1c6 (2)
e0c3a8bf-750d-4709-abcd-75615677327f

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!