रायपुर : मातृ-मृत्यु दर को कम करने के लिए आयोजित किया गया सास गोसैया सम्मेलन
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोखोपारा मे आज यहां उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं के लिए परिवारजनों को परामर्श और चर्चा हेतु सास गोसैया सम्मेलन आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री मातृत्व दिवस के दिन जो उच्च जोखिम की पहचान होती हैं, ऐसे सभी माताओं को उनकी सास और पतियों के साथ बुला कर समझाइश देने सम्मेलन आयोजित की गई।
जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन में मातृ-मृत्यु के कारणों की समीक्षा की गई तथा उन वजहों को चिन्हित किया गया जिसे परिवार के लोगों को जागरूक करने से फायदेमंद हो सकता है। सम्मेलन में क्षेत्र के पार्षद जितेंद्र अग्रवाल, क्षेत्र की मितानिन एवम गर्भवती माताएं उपस्थित हुई। डॉ स्मृती देवांगन नोडल एम सी एच, गजेन्द्र डोंगरे जिला मिडिया प्रभारी तथा खोखोपारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से प्रभारी डॉक्टर पंकज नगरची, डॉ प्रीति सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।इस अवसर पर डॉ प्रीति ने गर्भवतियों माताओं को होने वाले उच्च जोखिम के बारे में बताया। डॉ स्मृति ने बताया कि पहले के जमाने में जब शिशु जन्म लेता था तो मां का दूसरा जन्म होता था, ऐसा माना जाता था, क्योकि उस समय माताओं की मृत्यु दर अत्यधिक थी। बैठक में आयी सभी गर्भवतियों की सास और उनके पतियों को सभी आवश्यक जानकारी प्रदान की गई। गजेन्द्र डोंगरे ने शीघ्र पंजीयन और समय पर टिका और जांच के महत्व को बताया।