छत्तीसगढ़ताजा ख़बरेंब्रेकिंग न्यूज़राजनांदगांवराजनीतिराज्य

प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना: ऊर्जा बचत और सौर ऊर्जा को बढ़ावा

प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना: ऊर्जा बचत और सौर ऊर्जा को बढ़ावा

a41ad136-ab8e-4a7d-bf81-1a6289a5f83f
ea5259c3-fb22-4da0-b043-71ce01a6842e

रूफटॉप सोलर प्लांट पर 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी

बिजली बिल में राहत और अतिरिक्त आय का अवसर

राजनांदगांव, 13 मार्च 2025। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना देशभर में शहरी एवं ग्रामीण उपभोक्ताओं को अपने घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इस योजना का उद्देश्य हरित ऊर्जा को बढ़ावा देना, बिजली बिल में राहत देना और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है। योजना के तहत लाभार्थियों को 30 हजार रुपये से 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है, जिससे लोग आसानी से सौर ऊर्जा को अपनाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

राजनांदगांव जिले में इस योजना के तहत कई घरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं। अनुपम नगर निवासी रमेश एम चावडा ने अपने घर की छत पर 1.90 लाख रुपये की लागत से 3 किलोवाट का सोलर प्लांट स्थापित किया है। इसमें उन्हें 78 हजार रुपये की सरकारी सब्सिडी मिली। उन्होंने बताया कि यह योजना ऊर्जा बचत के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी लाभकारी है।

योजना से कैसे हो रही है बचत?
रूफटॉप सोलर प्लांट से उपभोक्ताओं को बिजली बिल में भारी राहत मिल रही है। पारंपरिक बिजली पर निर्भरता घटने से ऊर्जा की बचत हो रही है। चावडा के अनुसार, इस प्लांट से उनके मासिक बिजली खर्च में कमी आई है और दीर्घकालिक रूप से यह एक किफायती निवेश साबित हो रहा है।

योजना के तहत लगाए गए सौर संयंत्र नेट मीटरिंग प्रणाली से जुड़े होते हैं। इस तकनीक के तहत यदि उपभोक्ता द्वारा उत्पादित बिजली उपयोग से अधिक होती है, तो यह बिजली ग्रिड में आपूर्ति कर दी जाती है। इससे न केवल उपभोक्ता का बिजली बिल शून्य हो जाता है, बल्कि अतिरिक्त बिजली आपूर्ति के बदले आर्थिक लाभ भी मिलता है।

योजना के प्रमुख लाभ
बिजली की बचत: रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने से घरेलू बिजली की खपत कम होती है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है।
आर्थिक लाभ: योजना के तहत उपभोक्ताओं को सरकार द्वारा 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है, जिससे प्लांट लगाने की लागत में कमी आती है।
पर्यावरण संरक्षण: सौर ऊर्जा ग्रीन एनर्जी का एक बेहतरीन स्रोत है, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होता है और पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता।
बिजली बिल में राहत: नेट मीटरिंग प्रणाली के जरिए अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति करने पर उपभोक्ताओं को बिजली बिल से छुटकारा मिलता है।
अतिरिक्त आय: अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजने पर उपभोक्ताओं को आर्थिक लाभ भी मिलता है।
योजना का लाभ कैसे लें?
प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक उपभोक्ताओं को सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (www.pmsuryaghar.gov.in) या प्रधानमंत्री सूर्यघर मोबाइल ऐप पर पंजीकरण करना होगा।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

योजना का आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
वेबसाइट/ऐप पर पंजीकरण करें और अपनी लॉगिन आईडी प्राप्त करें।
पोर्टल पर उपलब्ध वेंडरों की सूची से उपयुक्त वेंडर का चुनाव करें।
बिजली विभाग के कर्मचारी की मदद से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।
अनुबंध हस्ताक्षरित होने के बाद वेंडर द्वारा रूफटॉप सोलर प्लांट की स्थापना की जाएगी।
डिस्कॉम द्वारा नेट मीटर स्थापित किया जाएगा।
सत्यापन के बाद सरकार द्वारा सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
अगर उपभोक्ता को शेष राशि के लिए बैंक ऋण की आवश्यकता हो, तो इसका भी प्रावधान है। जनसमर्थन पोर्टल के माध्यम से 7% ब्याज दर पर बैंक ऋण लिया जा सकता है।

सौर ऊर्जा: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
भारत सरकार द्वारा स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना इस दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है, जिससे देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।

छत्तीसगढ़ राज्य में इस योजना को लेकर बढ़ती जागरूकता देखी जा रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में हजारों उपभोक्ताओं ने योजना का लाभ उठाकर अपने घरों की छत पर सोलर पैनल स्थापित किए हैं। राज्य सरकार भी इस योजना को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ सकें।

राज्य के बिजली विभाग के अनुसार, अब तक हजारों उपभोक्ताओं ने इस योजना के तहत आवेदन किया है और कई घरों में सोलर प्लांट सफलतापूर्वक स्थापित हो चुके हैं। सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ में अधिक से अधिक घरों में सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाए।

बिजली की बढ़ती लागत और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर बढ़ती निर्भरता के कारण लोग नवीकरणीय ऊर्जा की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इस योजना से न केवल बिजली बचत हो रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिल रही है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ वर्षों में सौर ऊर्जा भारत की प्रमुख ऊर्जा स्रोतों में शामिल हो जाएगी। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना घर-घर तक सौर ऊर्जा पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

रमेश एम चावडा सहित अन्य लाभार्थियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस योजना का अधिकतम लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना को प्रोत्साहित कर रही है और लोग इसे अपनाकर अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल बिजली की बचत हो रही है, बल्कि नागरिकों को आर्थिक रूप से भी लाभ मिल रहा है।

इस योजना से लोगों को बिजली बिल की चिंता से मुक्ति मिल रही है, साथ ही वे अपनी अतिरिक्त बिजली ग्रिड को देकर आय अर्जित कर सकते हैं। सरकार की सब्सिडी योजना इसे और अधिक किफायती बना रही है।

छत्तीसगढ़ में इस योजना का तेजी से क्रियान्वयन हो रहा है और लोग बढ़-चढ़कर इसका लाभ उठा रहे हैं। अगर आप भी बिजली बचत और हरित ऊर्जा अपनाने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं, तो प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना के तहत अपने घर की छत पर सोलर प्लांट जरूर लगवाएं।

Ashish Sinha

8d301e24-97a9-47aa-8f58-7fd7a1dfb1c6 (2)
e0c3a8bf-750d-4709-abcd-75615677327f

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!