
नक्सलियों ने फिर लगाएं पोस्टर, इस बार पोस्टर के साथ मोदी, अदानी और अंबानी का कार्टून लगाया; 26 अप्रैल को बंद की अपील
दंतेवाड़ा- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में लाल आतंकियों की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। यहां अब नक्सलियों ने पहली बार बैनर के साथ-साथ कार्टून लगाकर विरोध जताया है। माओवादियों ने पोस्टर लगाकर 26 अप्रैल को भारत बंद का एलान किया है। इस बंद में नक्सलियों ने आम लोगों का भी सहयोग मांगा है।
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने जिले के कमालूर रेलवे स्टेशन में कार्टून और पोस्टर लगाया है। ये पोस्टर नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की तरफ से लगाया गया है। नक्सलियों ने पोस्टर के माध्यम से केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया है। माओवादियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अदानी से मिलता-जुलता कार्टून का पोस्टर भी लगाया है। इस कंप्यूटराइज्ड कार्टून के नीचे बहुराष्ट्रीय कंपनियों और पूंजीपतियों से देश को बचाने की बात भी नक्सलियों ने लिखी है। फिलहाल पुलिस ने नक्सलियों के इस पोस्टर और कार्टून को जब्त कर लिया है।
नक्सलियों ने पोस्टर में ये लिखा
माओवादियों ने कार्टून के बगल में बैनर भी लगाया है। जिसमें लिखा है कि ब्राह्मणीय हिंदुत्व फासीवादी राज के रूप में नया भारत का निर्माण करना ही “समाधान’ प्रहार हमलों के लक्ष्य का विरोध है। जनआंदोलन तेज करें। नक्सलियों के इस बैनर के नीचे दक्षिण सब जोनल ब्यूरो लिखा हुआ है। बता दें कि नक्सलियों ने इससे पहले भी बस्तर और दंतेवाड़ा जिले में ही कई बार बैनर-पोस्टर लगाए हैं।
कमालूर रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पर ही रेलवे ट्रैक को किया क्षतिग्रस्त
आपको बता दें कि शुक्रवार रात को ही नक्सलियों ने कमालूर रेलवे स्टेशन के पास भांसी और बचेली के बीच रेलवे ट्रैक को छतिग्रस्त कर एक बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश की थी। जिसके कारण विशाखापट्नम से किरंदुल जा रही ट्रेन पटरी से उतर गई थी। हादसे के दौरान ट्रेन में 30 पैसेंजर सवार थे, हालांकि सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया था।
बैनर लगाकर व्यापारियों को दी थी चेतावनी
नक्सलियों ने इससे पहले 22 अप्रैल को ही जिले में एक बैनर लगाया था। उस दौरान उन्होंने बैनर के माध्यम से लोगों को धमकी दी थी और पल्ली-बारसूर रोड पर वाहन बिल्कुल नहीं चलाने की चेतावनी दी थी। दरअसल, पल्ली-बारसूर मार्ग पर ही रोड बनाई जा रही है। इसकी सुरक्षा में जवान तैनात हैं। इस रोड के बन जाने से दंतेवाड़ा से राजनांदगांव तक कि दूरी सैकड़ों किलोमीटर कम हो जाएगी। इसलिए माओवादी इसी क्षेत्र में कोई न कोई घटना को अंजाम देते रहे हैं। इससे जाहिर है कि उनके निशाने पर सुरक्षाबल हैं और उनकी मंशा है कि किसी भी हाल में इस रोड का निर्माण नहीं हो सके।
बस्तर से पवन नाग की रिपोर्ट…..