
CM विष्णुदेव साय का बड़ा फैसला: बर्खास्त 2600 बीएड शिक्षकों का समायोजन, भविष्य को मिला नया संबल
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ऐतिहासिक पहल से छत्तीसगढ़ के 2600 से अधिक बर्खास्त बीएड शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान के पद पर समायोजित किया गया। जानिए कैसे इस निर्णय ने युवाओं को दी राहत।
हर युवा की पीड़ा को समझा, समाधान के लिए उठाया कदम : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
छत्तीसगढ़ के 2600 से अधिक बर्खास्त बीएड शिक्षकों को मिला न्याय, सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर हुआ समायोजन
रायपुर, 01 मई 2025। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की संवेदनशील पहल ने छत्तीसगढ़ के 2600 से अधिक बर्खास्त बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के जीवन में नई उम्मीद और खुशियाँ लौटा दी हैं। राज्य सरकार ने इन शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस फैसले से लंबे समय से असमंजस और मानसिक पीड़ा झेल रहे युवाओं को स्थायित्व और सम्मानजनक भविष्य की ओर एक नई राह मिली है।
मुख्यमंत्री निवास में शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने साय से भेंट कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को गजमाला पहनाकर अपनी कृतज्ञता प्रकट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों से कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करने का आह्वान किया और कहा, “शिक्षकों का सबसे बड़ा दायित्व बच्चों और देश का भविष्य गढ़ना है। आप सभी इस भूमिका में सर्वोच्च योगदान दें।”
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “हमने पहले दिन से शिक्षकों की चिंता समझी और उनके भविष्य को सुरक्षित करने का संकल्प लिया। यह निर्णय न केवल शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाएगा बल्कि प्रदेश की नई पीढ़ी को दिशा देने में भी मदद करेगा।”
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री साय लगातार शिक्षकों की समस्या पर गंभीरता से विचार कर रहे थे। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार आर्थिक बोझ की चिंता किए बिना अपने युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने को प्राथमिकता देती है। मुख्यमंत्री जी का यह फैसला सुशासन और इच्छाशक्ति का प्रतीक है, जिसने पूरे देश में मिसाल कायम की है।”
शिक्षकों की भावुक प्रतिक्रिया
नौकरी छूटने के बाद असहायता और तनाव में जी रहे युवा शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री साय की संवेदनशीलता ने उन्हें संबल दिया। उन्होंने कहा कि साय ने न केवल हर बार उनकी बात सुनी, बल्कि एक अभिभावक की भूमिका निभाते हुए उनका भविष्य सुरक्षित किया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा, “मुख्यमंत्री ने जो वादा किया था, उसे निभाया। हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि हमारे प्रदेश में एक संवेदनशील और जवाबदेह सरकार है।”