
प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए प्रकृति से जुड़ना हैं जरूरी – आशीष छाबड़ा
बेमेतरा – विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पतोरा में ग्राम सुरक्षा समिती द्वारा आयोजित वृक्षारोपण एवं वार्षिक अधिवेशन में मुख्य अतिथि बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा शामिल हुए। सर्वप्रथम स्वर्गीय श्रीमती जीयन बाई साहू एवं स्वर्गीय मोहन लाल साहू की पुण्य स्मृति में नव निर्मित सामुदायिक भवन में पहुंच वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर विधायक आशीष छाबड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि आज ग्राम पतोरा में हमारे गांव के सुरक्षा समिती के सदस्यों द्वारा वृक्षारोपण एवं वार्षिक अधिवेशन का कार्यक्रम रखा गया हैं। ग्राम पतोरा में लगभग 10 वर्षो से ग्राम सुरक्षा समिती का बढ़िया संचालन किया जा रहा हैं, गांव में आपसी समरसता सद्भावना के साथ समिति के सदस्यों द्वारा संचालित हैं। ग्राम समिति बनाने की मंशा हैं कि गांवों में सुरक्षा समितियों के होने से गांव में आपसी तालमेल, सद्भावना बनी रहें, गांव में किसी भी प्रकार की अपराधिक घटनाएं न हो, गांव में अपराधों पर अंकुश लगे, गांव में होने वाली हर एक गतिविधियों की जानकारी ग्राम सुरक्षा समिती के माध्यम से पुलिस को मिलता हैं। साथ ही ग्राम सुरक्षा समिती द्वारा बढ़िया वृक्षारोपण का भी कार्यक्रम रखा गया हैं, हम उन परम्पराओं को भी भूल चुके हैं, जिसमें नदी और पेड़ पौधों को प्रणाम करना सिखाया जाता हैं। सही मायनों में पर्यावरण को बचाने के उपाय तो इन्हीं रीति रिवाजों में छिपे हुए हैं, जिसके सन्देश को भी हम अब तक समझ पाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं। वातावरण में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण में रखने और स्वच्छ वायु प्रदान करने के उद्देश्य से वृक्षारोपण आवश्यक हैं। जिन वृक्षों के नीचे बैठकर हमारे ऋषि मुनियों ने ज्ञान प्राप्त किया। पूर्व काल में जिन वृक्षों के नीचे बैठकर अनेक छात्र देश के राजा, राजनीतिज्ञ, विद्वान, कवि इत्यादि बने, जिन वृक्षों ने हमारे भोजन की व्यवस्था की, उन वृक्षों के महत्व का स्मरण कर प्रत्येक को वृक्षारोपण करना चाहिए। पेड़ों की जिस अंदाज में आज कटाई हो रही हैैं और वनों की संख्या में गिरावट आ रही हैं, उसने मनुष्य के अस्तित्व पर ही प्रश्नचिह्न लगा दिया हैं। अगर पर्यावरण रहेगा तभी मनुष्य का अस्तित्व बचा रहेगा, इसे आज भी लोग नहीं समझ पा रहे हैं। जिस तेजी से आज के दौर में पेड़ काटे जा रहे हैं, उसी अनुपात में लगाए नहीं जा रहें, जो बड़ी चिंता का विषय बनी हुई हैं। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन काल में न्यूनतम एक वृक्ष रोपित कर उसका संरक्षण करना चाहिए, जिससे प्रकृति का संतुलन भी बना रहें। यह वर्तमान परिस्थितियों में पर्यावरण संरक्षण के लिए भी अत्यन्त आवश्यक हैं, पर्यावरण संरक्षण एवं सुरक्षा के लिए पौधे लगाना अति आवश्यक हैं, पेड़ पौधे न सिर्फ वातावरण को संतुलित करते हैं, वरन प्राकृतिक आपदाओं से भी सुरक्षा देते हैं। प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए प्रकृति से जुड़ना अनिवार्य हैं। साथ ही ग्रामवासियों की मांग अनुरूप सांस्कृतिक मंच निर्माण कार्य की घोषणा की। इस अवसर पर अवनीश राघव पूर्व अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा, मोकम साहू पूर्व सदस्य जनपद पंचायत बेरला, मोहित साहू सरपंच, राजेश चंदेल, राजू साहू, साहनी साहू, युवराज साहू अध्यक्ष सेवा सहकारी समिति, अर्जुन साहू, आशाराम साहू, भगवती साहू उपसरपंच, संतोषी साहू, अमृतदास, गुणीराम हिरवानी, गौकरण साहू, बलीराम साहू, गोविंद साहू, सत्रोहान साहू, संतोष साहू, कृष्णा साहू, हेमेंद्र साहू, यिलेश्वर साहू, गंगासागर साहू, चैतराम साहू, द्वारीका साहू, दौवाराम साहू, भीखम साहू, टेकलाल यादव, मोहन साहू, मौजीराम साहू, सीतलदास साहू, परदेशीराम साहू, परेटन साहू, वेदकुमार, नुनकरण साहू, विश्राम नेताम, विश्राम साहू, उत्तम साहू, चतुर साहू, संतु साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहें।












