
भाजपा सरकार की संवेदनहीनता और बदइंतजामी ने किसानों को हलाकान में डाला, जिससे खाद और बीज के भंडारण और परिवहन की व्यवस्था चरमराई।
भाजपा सरकार की संवेदनहीनता और बदइंतजामी ने किसानों को हलाकान में डाला, जिससे खाद और बीज के भंडारण और परिवहन की व्यवस्था चरमराई।
डबल लॉक से एकल लॉक तक परिवहन बाधित होने के कारण 80 प्रतिशत सोसायटियों को पर्याप्त खाद नहीं मिलता है।
रायपुर/प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसान खाद और बीच के लिए भटक रहे हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी सरकार अकर्मण्य और संवेदनशील नहीं है। खरीफ सीजन 2024-25 के लिए डबल लॉक के गोदामों में रखे गए खाद और बीज को सिंगल लॉक की सोसाइटियों तक पहुंचाने के लिए परिवहन की सुविधा नहीं है। छत्तीसगढ़ के लगभग 80 प्रतिशत सोसाइटीयों में बीज और खाद की पर्याप्त मात्रा नहीं है। विभिन्न स्थानों पर पुराने परिवहन ठेकेदारों से किए गए निविदा खत्म हो चुके हैं, लेकिन भारी कमिशन मांगे जाने के कारण नए परिवहनकर्ता रुचि नहीं दिखा रहे हैं, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार केवल भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी पर केंद्रित है और किसानों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। जब मोदी सरकार ने खाद सब्सिडी में भारी कटौती की और फिर छत्तीसगढ़ को भूमि सुधार कार्यक्रम से बाहर रखा, तो अब भाजपा की सरकार आने के बाद किसानों को खाद और बीज मिल रहे हैं। साय सरकार ने भी जैविक खेती के लिए रियायती दरों पर वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट की व्यवस्था को बाधित किया है, जो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने बनाई थी। वास्तव में, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को नहीं लगता कि छत्तीसगढ़ के किसान भरपूर पैदावार ले सके।